अमेरिका, नाटो और पश्चिमी देश लगातार रूस को रोकने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन वो नाकाम हो जा रहे हैं। रूस लगातार यूक्रेन पर हमले कर आगे बढ़ रहा है और अब तो रूसी सैनिकों ने हमले में और भी तेजी ला दी है। इसका असर रविवार को देखने को मिला जब यूक्रेन के पश्चिमी शहर लवीव के पास यवोरिव में ट्रेनिंग ग्राउंड पर हवाई हमले तेज कर दिया है। ये जगह पोलैंड की सीमा के पास स्थिति है। लवीव क्षेत्रीय प्रशासन के प्रमुख मैक्सिम कोजित्सकी ने अपने वेरिफाइड फेसबुक पेज पर बताया कि रूस ने इंटरनेशनल सेंटर फॉर पीसकीपिंग एंड सिक्योरिटी पर एक हवाई हमला शुरू किया है जो लवीव के उत्तर-पश्चिम में लगभग 40 किलोमीटर (25 मील) की दूरी पर स्थित है। उन्होंने बताया कि यहां आठ मिसाइल दागी गई हैं।
यवोरिव में नाटो-यूएस-यूक्रेन संयुक्त प्रशिक्षण केंद्र पर हमला रूस की तरफ से पश्चिम और नाटो के खिलाफ सीधा संदेश माना जा रहा है। लवीव के पश्चिमी शहर के पास यवोरिव बेस को पीसकीपर सेंटर कहा जाता है। जहां यूक्रेनी सेना प्रशिषण के लिए विदेशी प्रशिक्षकों, मुख्य रूस से यूएस फ्लोरिडा नेशनल गार्ड द्वारा इसका उपयोग किया जाता है, ताकि यूक्रेन को रूस को चुनौती देने वाला नाटो बेस बनने के लिए तैयार किया जा सके। इसे नाटो देश के सदस्यों और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्धे में इस्तेमाल होने वाले घातक हथियारों के परिवहन के लिए सबसे सुरक्षित केंद्र के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है क्योंकि, रूस ने अधिकांश यूक्रेनी हवाई अड्डों पर बमबारी की है।
इसके साथ ही यह भी खबर है कि रूस ने यूक्रेन के शहरों पर बमबारी तेज कर दी है और देश के दक्षिण में मारियुपोल पर शिकंजा और कसते हुए राजधानी कीव के बाहरी इलाकों में गोलीबारी भी तेज कर दी है। रूस के आक्रमण से मारियुपोल सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। इधर अमेरिका ने यूक्रेन को हथियारों के लिए 20 करोड़ डॉलर की राशि फिर से देने की बात कही है। जिसके बाद एक वरिष्ठ रूसी राजनयिक ने चेतावनी दी है कि मास्को सैन्य उपकरणों की विदेशी खेप पर भी हमला कर सकता है।