रूस इस वक्त लगातार यूक्रेन पर गोले बरसा रहा है। बदले में यूक्रेनी सेना भी अपनी पूरी ताकत लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही लेकिन, इस वक्त रूसी सेना इनपर भारी पड़ी हुई है। इधर नाटो और अमेरिका इस गलतफहमी में हैं कि वो रूस पर कड़े प्रतिबंध लगा कर इस महायुद्ध को रोक देंगे लेकिन रूस के राषट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी तैयारी पहले से ही कर रखी थी। पश्चिमी देशों ने रूस पर एक दो प्रतिबंध नहीं लगाए हैं अनेकों प्रतिबंध लगा चुके हैं। इस बीच रूस ने अपना फैसला सुनाते हुए कह दिया है कि यह युद्ध अब यूक्रेन में अंत तक जारी रहेगा। इसके साथ ही रूस ने जेलेंस्की को नाजीवाद को सपोर्ट करने का आरोप लगाया है।
दरअसल, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव (Sergei Lavrov) ने गुरुवार को कहा कि उनका ऐसा मानना है कि विदेशी नेता रूस के खिलाफ जंग की तैयारी कर रहे हैं और वह (रूस) यूक्रेन में अपने सैन्य अभियान को 'अंत' तक जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि रूस का विचार परमाणु युद्ध का नहीं है। उन्होंने अपने दावों पर तो कोई सबूत पेश नहीं किए लेकिन यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की पर एक ऐसे समाज का नेतृत्व करने का आरोप लगाया, 'जहां नाजीवाद फल फूल रहा है'।
लावरोव ने संकट के समाधान के लिए बातचीत को जरूरी बताया है। लेकिन उन्होंने कहा कि पश्चिम के साथ रूस की बातचीत आपसी सम्मान पर आधारित होनी चाहिए। उन्होंने नाटो पर वर्चस्व बनाए रखने की कोशिश करने का आरोप लगाया और कहा कि रूस में बहुत सद्भावना है, वह किसी को भी अपने हितों को कमजोर नहीं करने दे सकता।
इसके साथ ही परमाणु अटैक को लेकर रूसी विदेश मंत्री लावरोव ने कहा है कि, मॉस्को यूक्रेन को रूस के लिए खतरा पैदा करने वाले बुनियादी ढांचे का निर्माण नहीं करने देगा। उन्होंने रूस को सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि, परमाणु हथियारों का विचार लगातार पश्चिमी नेताओं के दिमाग में घूम रहा है ना कि रूसियों के। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम किसी भी तरह के उकसावे को हमें असंतुलित नहीं करने देंगे। उन्होंने कहा कि रूस राजनीतिक रूप से अलग-थलग महसूस नहीं करता और यूक्रेन में लोगों की जिंदगियों के सवाल पर वहीं के लोगों को जवाब देना चाहिए।