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Zelensky का साथ देने वाले देशों को पड़ रहा भारी, अंदर ही अंदर बड़ा गेम कर रहा Russia- एक साथ 42 देशों की उड़ा दी नींद

Ukraine का साथ देने वालों पर शुरू हो गया रूस का अटैक

रूस सिर्फ यूक्रेन से नहीं लड़ रहा वो लड़ा रहा तो करीब 30-32देशों से वो भी अकेला। दरअसल, पूरा पश्चिमी देश इस वक्त यूक्रेन के साथ है और इस जंग में यूक्रेन को हर एक चीज से मदद की जा रही है। पश्चिमी देशों के दिए गए हथियार के चलते रूस को नुकसान पहुंच रहा है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पश्चिम और नाटो को कई बार चेतावनी दे चुके हैं कि, वो युद्ध से दूर रहे वरना अंजाम उन्हें भी भुगतना होगा। यह बात जेलेंस्की को भी पता है कि, रूस के आगे वो नहीं टिक पाते अगर पश्चिमी देश नहीं होते ते। इस जंग ने यूक्रेन में भारी तबाही मचाई है। आलम यह है कि अब हर एक जरूरत की चीजों की शॉर्टेज होने लगी है। वहीं, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पहले ही कहा था कि, जो भी देश यूक्रेन का साथ देगा वो उसे छोड़ेंगे नहीं। उसे भी वो इस जंग में शामिल मानेंगे। अब ऐसा लगता है कि रूस ने इन देशों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है।

दरअसल, मीडिया में आ रही खबरों की माने तो, माइक्रोसॉफ्ट की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि, रूस ऐसे देशों की हैकिंग कर रहा है जो यूक्रेन का साथ दे रहे हैं। इसके साथ ही रूस अमेरिकी और उसके सरकारी कंप्यूटर नेटवर्क को भी निशाना बना रहा है। माइक्रोसॉफ्ट के मुताबिक रूस ने कथित हैकिंग से 42 देशों की खुफिया जानकारी जुटाई है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रूस को हैकिंग के प्रयासों में 7.25 फीसदी बार डाटा चोरी करने में सफलता मिली है। हालांकि, इसपर रूस की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। लेकिन, इस वक्त रूस लगातार यूक्रेन के शहरों पर कब्जा करते जा रहा है।

हाल ही में, रूसी सेना ने पूर्वी यूक्रेन के सेवेरोडोनेट्स्क शहर के करीब सिवरस्की डोनेट्स नदी के इलाके और तोशकिवका शहर पर कब्जा करने का दावा किया। दूसरी तरफ यूक्रेन ने रूस के कब्जे में क्रीमिया के ऑयल ड्रिलिंग प्लेटफॉर्म पर हमला किया। क्रीमिया पर 2014 से रूस का कब्जा है। लुहांस्क के मिलिट्री हेड ने सेवेरोडोनेट्स्क शहर पर होने वाले रूसी हमले को लेकर आगाह किया है। सेरही हेयडे ने सोमवार को कहा कि रूसी सेना के पास शहर में बड़े पैमाने पर हमले के  लिए पर्याप्त हथियार मौजूद है। हेयडे ने बताया कि रूस इस इलाके के आस-पास हेवी मिलिट्री इक्विपमेंट तैनात किए हैं।

वहीं, यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में जेलेंस्की सेना लगभग अपना कंट्रोल खो चुकी है। वहां, वर रूसी सेना का कब्जा हो गया है। एक रिपोर्ट की माने तो, सेवेरोडोनेट्स्क के जिस ब्रिज को रूसी सेना ने उड़ाया वो यूक्रेनी सेना के लिए सबसे बड़ा नुकसान साबित हुआ। सेवेरोडोनेट्स्क शहर पर कब्जे को लेकर कई दिनों से जंग चल रही है । इस शहर तक एक बड़े ब्रिज के जरिए यूक्रेनी सेना पहुंच रही थी। रूसी सेना ने इस ब्रिज को उड़ाकर रसद का रास्ता बंद कर दिया । यहां बड़ी संख्या में यूक्रेन के सैनिक मौजूद हैं, लेकिन उनके पास हथियारों और गोला बारूद की कमी है। इसके साथ ही रूसी सेना ने अपनी रणनीति में भी बदलाव किया है। वो अब यूक्रेन के अहम शहरों पर घेराबंदी कर रही है।