यूक्रेन जंग के बीच रूस ने सरमट अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (Sarmat intercontinental ballistic missile) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। ये मिसाइल दुनिया की सबसे शक्तिशाली मिसाइल मानी जा रही है, जिसे लेकर कहा जा रहा है कि यह किसी भी मिसाइल डिफेंस को भेदने में सक्षम है। इस मिसाइल परीक्षण के बाद अमेरिका और नाटो को बड़ा झटका लगा है। इस परीक्षण के बार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि, यह मिसाइल रूस के दुश्मनों को रूक कर सोचने पर मजबूर कर देगी। इस मिसाइल के परीक्षण के बाद पुतिन को टीवी पर दिखाया गया जहां उन्हें सेना ने बताया कि जिस सरमट मिसाइल के परीक्षण का लंबे समय से इंतजार था, वह कर लिया गया है। रूस के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में पलेस्तेक में यह परिक्षण किया गया है।
इस मिसाइल को बोलचाल की भाषा में शैतान के नाम से जाना जाता है। सरमट अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण रूस की रक्षा के लिए एक बड़ी और महत्वपूर्ण घटना है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बताया कि यूक्रेन से तनाव के बीच रूसी सेना ने सरमट इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक परमाणु मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। उन्होंने कहा कि यह क्रेमलिन के दुश्मनों को दो बार सोचने के लिए मजबूर करेग। इस मिसाइल के जरिए पुतिन ने अपने दुश्मनों को कड़ा संदेश दिया है कि, उनसे टकराने से पहले उन्हें कई बार सोचना होगा।
देखें सरमट इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल की खासियत
सरमट अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल को उत्तरी आर्कान्जेस्क क्षेत्र में मॉस्को से लगभग 800 किमी उत्तर में प्लासेत्स्क कोस्मोड्रोम से दागा गया था। इस मिसाइल ने रूस के सुदूर पूर्व में लगभग 6,000 किमी (3,700 मील) दूर कामचटका प्रायद्वीप में लक्ष्य को निशाना बनाया। माना जा रहा है कि, मिसाइल का वजन 200 टन से अधिक है औऱ ये 10 से अधिक वारहेड को ले जाने में सक्षम है। इसके अलावा यह 16 छोटे वारहेड को ले जा सकती है, जो वारहेड और काउंटरमेशर्स या हाइपरसोनिक बूस्ट-ग्लाइड वाहनों का संयोजन है। रूसी मीडिया की माने तो, सरमट एक तीन चरणों वाली, लिक्विड-ईंधन वाली मिसाइल है जिसकी मारक क्षमता 18,000 किमी है।