रूस और यूक्रेन के बीच पिछले कई दिनों से तनातनी बनी हुई और दोनों के बीच किसी भी वक्त युद्ध हो सकता है। ऐसे में अमेरिका, ब्रिटेन के अलावा दुनिया के कई देशों ने अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा है। अब भारत ने भी अपने नागरिकों को अस्थायी तौर पर यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा है। ऐसे में अब माना जा रहा है रूस किसी भी वक्त यूक्रेन पर हमला बोल सकता है।
वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने अपने फेसबुक पोस्ट के जरिए दावा किया है कि कल रूस की ओर से यूक्रेन पर हमला किया जा सकता है। वहीं, अमेरिका लगातार रूस को चेतवानी दे रहा है कि अगर उसने युद्ध को लेकर कदम उठाया तो उसे बुरा अंजाम भुगतना होगा। अब अमेरिाक ने बिना किसी चेतानी के रूस की ओर से हमला किए जाने की आशंका जता है। भारत ने भी एडवाइजरी जारी करते हुए अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा है।
राजधानी कीव स्थित भारतीय दूतावास ने यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के मंडराते खतरे के बीच, वहां स्थित भारतीय छात्रों, विशेषकर उन छात्रों को, जिनका रहना आवश्यक नहीं है, स्वदेश लौटने को कहा है। जो लोग यूक्रेन में रूके रहेंगें उन्हें दूतावास के संपर्क में रहना होगा। संयुक्त राज्य अमेरिका भी अफने यूक्रेन दूतावास के संचालन को राजधानी कीव से पश्चिमी शहर ल्वीव में स्थानांतरित कर रहा है।
बता दें कि, रूस ने यूक्रेन की सीमा पर हथियारों और सैनिकों की बड़ी संख्या को तैनात कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि यूक्रेन की सीमा पर 1.3लाख सैनिकों की तानाती की गई है। इसके साथ ही रूस ने टैंक, भारी हथियार और मिसाइलों को भी यूक्रेन की ओर तैनात किया हुआ है। खबरों की माने तो, यूक्रेन को रूस ने तीन तरफ से घेर रखा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस को चेतावनी देते हुए कहा है कि, युद्ध किया तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। इसके साथ ही अमेरिका ने इस मुद्दे के कूटनीतिक समाधान पर जो दिया है। व्हाइट हाउस की प्रधान उप प्रेस सचिव कैरीन जीन पियरे ने संवाददाताओं से कहा, हम संकट को कम करने के लिए एक राजनयिक समाधान तक पहुंचने की दिशा में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। सप्ताहांत में बाइडन ने राष्ट्रपति पुतिन के साथ बात की और हम अपने सहयोगियों तथा भागीदारों के साथ पूर्ण समन्वय में रूस की सरकार के साथ जुड़े हुए हैं।