यूक्रेन में अतिक्रमण के बाद रूस पर तड़ातड़ प्रतिबंध लगाने वाला अमेरिका अब पुतिन के आगे झुकता नजर आ रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस युद्ध के नौंवे दिन पुतिन को संदेश दिया है कि अगर रूस यूक्रेन में अपने हमले रोकता है तो उस पर लगे प्रतिबंधों में ढील दी जा सकती है।
ध्यान रहे, भारत ने अमेरिका सहित सभी देशों से आग्रह किया था कि युद्ध या प्रतिबंध किसी समस्या का हल नहीं है। समस्या का हल निकालने के लिए बातचीत की टेबुल पर आना पड़ेगा। गुरुवार की शाम को भी क्वाड शिखर सम्मेलन में भी भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि सभी पक्षों बातचीत के माध्यम से तत्काल युद्ध रोकने के प्रयास करने चाहिए। भारत के रुख को फ्रांस का भी समर्थन हासिल होने के बाद अमेरिका में भारत के रुख पर पुनर्विचार किया गया और रणनीति में बदलाव किया गया है। इसी बीच परस्पर गोलीबारी का शिकार बने झापोरिज्झिया न्यूक्लियर पॉवर प्लांट से दुनिया पर गंभीर संकट का अंदेशा पैदा हो गया है।
ऐसा भी बताया जाता है कि झापोरिज्झिया पॉवर प्लांट में आग लगने के बाद इंग्लैण्ड के प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन और अमेरिकी राष्ट्रपति जोबाइडन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति झेलेंस्की से हालात की जानकारी ली। इसी के तुरंत बाद बाइडन का बयान आया कि अगर पुतिन यूक्रेन में हमले रोकने की गारंटी देते हैं तो अब तक उनपर लगी पाबंदियों को वापस लिया जा सकता है।