रूस का अगला निशाना यूक्रेन की राजधानी कीव है। कीव पर कब्जा करने के लिए लगातार मिसाइलें दागी जा रही है। बेलारूस में यूक्रेन और रूस के बीच दूसरे दौर की बातचीत हुई पर कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका। यूक्रेन ने तत्काल युद्ध विराम करने और फंसे हुए लोगों को सुरक्षित रास्ता देने की मांग उठाई। रूस ने कहा कि उसके सशस्त्रत्त् बलों ने यूक्रेन के दक्षिणी शहर खेरसॉन पर पूर्ण नियंत्रण कर लिया है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने दावा किया कि शहर में भोजन और जरूरी चीजों की कमी नहीं है।
कोनाशेनकोव ने दावा किया कि रूसी सेना ने कीव में एक रिजर्व रेडियो और टेलीविजन केंद्र को निष्क्रिय कर दिया है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन की सुरक्षा सेवा द्वारा मनोवैज्ञानिक कार्यों के लिए इस केंद्र का उपयोग होता था। रूसी सेना ने यूक्रेन के एक प्रमुख बंदरगाह पर नियंत्रण कर लिया। जबकि एक अन्य की घेराबंदी कर ली है। स्थानीय यूक्रेनी अधिकारियों ने पुष्टि की कि रूसी बलों ने काला सागर बंदरगाह में स्थानीय सरकारी मुख्यालय पर कब्जा कर लिया है, जिससे यह रूस के कब्जे में आने वाला पहला बड़ा शहर बन गया।
रूस के दावे के उलट यूक्रेन की परमाणु कंपनी ने कहा कि वह अभी भी दक्षिण भाग में दो प्रमुख परमाणु ऊर्जा संयंत्रों को नियंत्रित कर रही है। इसमें यूरोप का सबसे बड़ा जापुरीझझिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र भी शामिल है। हालांकि, परमाणु कंपनी एनरगोटॉम के कार्यवाहक प्रमुख पेट्रो कोटिन ने कहा, रूसी सेनाएं लगातार पास आ रही हैं। रूस के शीर्ष जनरल की मौत: रूस की सातवीं एयरबोर्न डिवीजन के कमांडिंग जनरल मेजर जनरल आंद्रे सुखोवेत्स्की की यूक्रेन में संघर्ष के दौरान इस हफ्ते मौत हो गई। रूस के स्थानीय अधिकारियों ने मौत की पुष्टि की है। अभी यह साफ नहीं है कि उनकी मौत किन परिस्थितियों में हुई।
किसे-कितना नुकसान
रूस के रक्षा मंत्रालयने दावा किया है कि सशस्त्रत्त् बलों ने यूक्रेन के 1600 से अधिक सैन्य ठिकाने तबाह किए
यूक्रेनी सेना के 62 कमांड पोस्ट और संचार केंद्र, 39 एस-300, बुक एम-1 और ओसा वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली तथा 52 रडार स्टेशन ध्वस्त
रूस ने माना है कि युद्ध में उसने अब तक अपने 498 सैनिक खो दिए हैं। इसके अलावा1,597 घायल हैं
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने दावा किया है कि एक सप्ताह में उनकी सेना ने नौ हजार रूसी मार गिराए हैं
रूस पर प्रतिबंध कड़े करने से कच्चे तेल की कीमतें प्रति बैरल 120 अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गईं। इससे पेट्रोल-डीजल महंगा हो सकता है।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि रूसी हमले के बाद से करीब 10 लाख लोग यूक्रेन छोड़कर चले गए हैं। यूक्रेन में रूस के हमलों में अब तक 227 नागरिकों की मौत हो चुकी है जबकि 525 अन्य लोग घायल हैं।