इस वक्त यूक्रेन पर रूस ताबड़तोड़ हमले कर रहा है। इस हमले में यूक्रेन को भारी नुकसान हुआ है और रूसी सेना के सामने यूक्रेनी सेना घूटने टेकते नजर आ रही है। क्योंकि, कई हवाई अड्डों, ईंधन केंद्रों और अन्य प्रतिष्ठानों पर हमले के बाद रूसी सेना रविवार को यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में दाखिल हो गई और वह दक्षिण क्षेत्र में स्थित रणनीतिक बंदरगाहों पर भी नियंत्रण बनाने का प्रयास कर रही है। वहीं, यूक्रेन को युद्ध में मदद का सपने दिखाने वाले अमेरिका और नाटो देशों ने पूरी तरह से अकेला छोड़ दिया है। इन देशों ने अपनी सेना को रूस के सामने जंग के मैदान में उतारने से साफ मना कर दिया है। हालांकि, एक बार फिर से जंग खत्म होने की आस जगी है। क्योंकि, रूस बेलारूस में यूक्रेन के साथ वार्ता करने के लिए तैयार हो गया है।
दरअसल, रूस ने बातचीत की पेशकश की थी और इसके लिए अपने प्रतिनिधियों को बेलारूस भेजा था। लेकिन, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने अपनी शर्त रखते हुए कहा था कि वो किसी और देश में बातचीत करने के लिए तैयार हैं। लेकिन, अब वो बेलारूस में बात करने के लिए तैयार हो गए हैं और अपनी सहमती जता दी है। इसकी जानकारी मास्को में रूसी मीडिया की ओर से दी गई है। इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि उनका देश रूस के साथ शांति वार्ता करने के लिए तैयार है, लेकिन बेलारूस में नहीं, जो मॉस्को की तीन दिन से चल रहे हमले के लिए जमीनी मदद कर रहा है।
जेलेंस्की ने रविवार को एक वीडिया संदेश में वार्ता के वैकल्पिक स्थानों के तौर पर वारसॉ, ब्रातिस्लावा, इस्तांबुल, बुडापेस्ट या बाकू का नाम लिया। उन्होंने कहा कि अन्य स्थानों पर भी वार्ता हो सकती है लेकिन स्पष्ट किया कि यूक्रेन बेलारूस में वार्ता नहीं करेगा। क्रेमलिन ने रविवार को कहा कि उसका एक प्रतिनिधिमंडल यूक्रेन के अधिकारियों से बातचीत करने के लिए बेलारूस के होमेल शहर पहुंच गया है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल में सैन्य अधिकारी और राजनयिक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि रूसी प्रतिनिधिमंडल बातचीत के लिए तैयार है और हम यूक्रेन के अधिकारियों का इंतजार कर रहे हैं।