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Ukraine पर कब्जा करने के लिए Russia ने चली यह चाल, पूरी दुनिया हो रही हैरान

रूस और यूक्रेन (Ukraine) के बीच जंग जारी है। जंग में रूस और यूक्रेन दोनों ओर से लगातार हमले किए जा रहे हैं। रूस तो पहले दिन से ही जोरदार हमला कर रहा है। हाल के समय में यूक्रेन ने भी रूस पर पलटवार शुरू कर दिया है। यूक्रेन की ओर से रूस में ड्रोन अटैक होने लगे हैं। यूक्रेन को अमेरिका और पश्चिमी देशों का साथ मिल रहा है, जिसके चलते रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीन पुतिन के आवास और प्रशासनिक भवन ‘क्रेमलिन’ पर भी यूक्रेन की ओर से अटैक किया जा चुका है। हालांकि रूस ने यूक्रेन के कई इलाकों पर कब्जा कर रखा है। यूक्रेन की कोशिश रहती है कि वह रूस के कब्जाए इलाकों पर वापस अपना आधिपत्य स्थापित कर सके। उधर, रूस ने एक अलग ही दांव खेल दिया है। इससे दुनिया हैरत में पड़ गई है।

यूक्रेन पर कब्जा करने के लिए रूस ने चली यह चाल

यूक्रेन (Ukraine) पर कब्जा करने के लिए रूस किसी भी हद तक जाने के लिए पूरी तर​ह तैयार है। अब जंग की बजाय रूस ने एक नया पैंतरा आजमाने पर प्लान बनाया है। भले ही रूस को यूक्रेन (Ukraine) के कुछ क्षेत्र न मिले हों, लेकिन वह वहां पर जबरदस्ती चुनाव करवाने में लगा है, ताकि उसे अपना शहर बता सके। समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के अनुसार, इस सप्ताह के अंत में यूक्रेन ने जिन हिस्सों पर कब्जा किया है, उनमें चुनाव करवा रहा है। और तो और, रूस ने इसके लिए जगह-जगह मतदान केंद्र भी स्थापित कर दिए हैं।

इन इलाकों को रूस ने किया चिह्नित

रिपोर्ट के मुताबिक इसमें- डोनेट्स्क, लुहान्स्क, खेरसॉन और ज़ापोरिज़िया क्षेत्र शामिल हैं। यहां रूस ने शुक्रवार को विधानसभाओं के लिए मतदान शुरू करवा दिए हैं, जो रविवार को समाप्त होगा। पश्चिमी देश रूस की इस मनमानी की घोर निंदा कर रहे हैं, लेकिन रूस इसे अनदेखा कर रहा है। राजनीतिक विश्लेषक अब्बास गैल्यामोव ने कहा कि यह मतदान जारी रखना महत्वपूर्ण है।

80 फीसदी आबादी से मतदान कराने का है लक्ष्य

रूसी अधिकारियों का लक्ष्य है कि उन्हें 80% आबादी को मतदान करवाना है। ज़ापोरिज़िया क्षेत्र में रूस के कब्जे वाले शहर मेलिटोपोल के यूक्रेनी मेयर इवान फ्योडोरोव ने एपी को बताया कि स्थानीय निवासियों को प्रभावी ढंग से वोट देने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘जब आपके सामने कोई हथियारबंद व्यक्ति खड़ा हो तो ना कहना मुश्किल होता है।’ इस तरह रूस अब जंग की बजाय जल्दी से इन इलाकों में येन केन प्रकारेण मतदान करवाकर इस पर अपना अधिकार स्थापित करने की कोशिश में है।

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