दुनियाभर के देश यूक्रेन संकट को लेकर चिंता में है। लगातार खबरें सामने आ रही है कि रूस कभी भी यूक्रेन पर हमला कर सकता है, वहीं अगर ऐसा होता है तो अमेरिका भी आगे बढ़कर यूक्रेन की ओर से जवाब देगा। इन सभी खबरों और हालातों के बीच एक राहत भरी खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि ये युद्ध अब नहीं होगा। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि रूस ने संकेत दिए है कि वो इस मामले को लेकर पहले बातचीत करेगा। रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने अमेरिका और नाटो के साथ बातचीत करने की बात रही है।
यही नहीं, रूस ने सैनिकों द्वारा किए जा रहे युद्ध अभ्यास को रोकने का भी भरोसा दिलाया है। इन सब संकेतों से ये साफ होता है कि जो रूस पहले यूक्रेन पर हमला करने की योजना बना रहा था, वो अब इस मुद्दे को शांति से सुलझाना चाहता है। आपको बता दें कि पश्चिमी खुफिया अधिकारियों ने चेतावनी दी थी कि 16 फरवरी को रूस यूक्रेन पर हमला करने वाला है। लेकिन राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनके विदेश और रक्षा मंत्रियों ने युद्ध टलने की संभावना व्यक्त की। रूस पश्चिमी देशों से गारंटी चाहता है कि नाटो गठबंधन यूक्रेन और अन्य पूर्व सोवियत देशों को सदस्य नहीं बनाएगा और गठबंधन यूक्रेन में हथियारों की तैनाती रोक देगा।
इसके अलावा पूर्वी यूरोप से अपनी सेना वापस ले लेगा। हालांकि, इन मांगों को पश्चिमी देशों ने सिरे से खारिज कर दिया है। हालांकि अभी भी सीमाओं पर रूस ने बड़ी संख्या में टैंक, मिसाइल और जवान तैनात किए हुए हैं वहीं यूक्रेन की सीमा पर भी 1.30 लाख से ज्यादा सैनिक तैनात हैं। अगर ये युद्ध होता है तो चीन इसका फायदा उठाने की पूरी कोशिश करेगा। चीन रूस का साथ देगा। इसको लेकर अमेरिका ने कहा कि यह बेहद खतरनाक होने वाला है। अगर इस तरह चीन चालाकी दिखाता है और वह रूस का समर्थन करता है तो और ज्यादा अस्थिरता आएगी और यूरोप में सुरक्षा की स्थितियां गंभीर हो जाएंगी। इसका असर पूरे यूरोप पर पड़ेगा।'