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Taiwan के बाद अब इस देश के नज़दीक पहुंचे रुसी युद्धपोत, America के करीबियों को क्यों हड़का रहे हैं पुतिन?

जापान (Japan) की सरकार ने पिछले महीने बताया था कि जापानी क्षेत्र के पास बार-बार रूसी सैन्य गतिविधियों को देखा जा रहा है। इसमें चीनी नौसेना के साथ संयुक्त अभ्यास भी शामिल है। जापान ने ऐसी हरकतों को अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा करार दिया है। पिछले साल यूक्रेन पर आक्रमण के बाद रूस पर व्यापक प्रतिबंध लगाने में जापान और ताइवान, अमेरिका और उसके सहयोगियों के साथ शामिल थे। वहीं, रूस की चीन के साथ बढ़ती दोस्ती को भी ताइवान और जापान के नजदीक युद्धपोतों की मौजूदगी का कारण माना जा रहा है। पिछले दो साल के अंदर चीन और रूस में सैन्य सहयोग कई गुना बढ़ा है।

रूस के दोनों युद्धपोतों को जापान के ओकिनावा द्वीपों के पास देखा गया

रूसी नौसेना के दो युद्धपोतों को जापान के पास देखा गया है। इन युद्धपोतों को चार दिन पहले ताइवान की जल सीमा के पास डिटेक्ट किया गया था। तभी से अमेरिका, दक्षिण कोरिया, ताइवान और जापान की नौसेनाएं इन दोनों रूसी युद्धपोतों की हरकतों पर नजर बनाए हुए थीं। रूस के ये दोनों युद्धपोतों को जापान के ओकिनावा द्वीपों के पास देखा गया। मंगलवार तो ताइवानी रक्षा मंत्रालय ने बताया था कि उसने अपने पूर्वी तट पर दो रूसी युद्धपोत देखे थे। इसके बाद इन दोनों युद्धपोतों की निगरानी के लिए विमान और दूसरे युद्धपोतों को भेजा गया था। हालांकि, रूसी नौसेना के ये दोनों युद्धपोत चुपचाप दक्षिण से उत्तर दिशा में चले गये। ताइवान के नजदीक रूसी युद्धपोतों की गतिविधि को काफी दुर्लभ माना जा रहा है।

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जापानी (Japan) मंत्रालय ने कहा कि दो स्टेरेगुशची-क्लास के युद्धपोतों को पहली बार मंगलवार की सुबह जापान के सबसे पश्चिमी द्वीप योनागुनी के दक्षिण-पश्चिम में 70 किमी (40 मील) दूर, ओकिनावा प्रान्त में देखा गया। इसके पहले इन्हें ताइवान के नजदीक देखा गया था। इसमें कहा गया है कि ये जहाज योनागुनी और ताइवान के बीच पानी में आगे-पीछे होते रहे और पूर्व की ओर बढ़ते रहे। इन्हें आखिरी बार शुक्रवार को मियाको और ओकिनावा द्वीपों के बीच पानी में देखे गए। जापान ने रूसी जहाजों की निगरानी के लिए दो जहाज भेजे।