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Mecca Masjid के इमाम का हैरत अंगेज कारनामा, सऊदी अरब और मुस्लिम जगत में मचा हंगामा- देखें वीडियो

मक्का मस्जिद के इमाम का हैरत अंगेज कारनाम

क्या आप सोच सकते हैं कि सऊदी अरब में कोई मुल्ला-मौलाना जींस-टीशर्ट पहनकर घूम सकता है। या कोई मुल्ला-मौलाना रंग-बिरंगी जैकेट पहन हर्ले डेविडसन बाइक चलाते हुए अपना वीडियो वायरल कर सकता है। आज से कुछ साल पहले शायद ऐसा सोचना भी नामुमकिन था। अगर ऐसा उस समय हुआ होता तो उस मुल्ला-मौलाना के साथ सऊदी अरब में क्या हो सकता था ऐसा सोचकर भी रोंगटे खड़े हो जाते हैं।

यह हैरत अंगेज कारनामा किसी और ने नहीं बल्कि ग्रैंड मक्का मस्जिद के इमाम शेख आदेल अल कलबानी ने किया है। शेख आदेल अल कलबानी का एक वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें वो वेस्टर्न आउटफिट में नजर आर रहे हैं और हर्ले डेविडसन बाइक की सवारी कर रहे हैं। उनके इस अवतार को देख कर अरब जगत में बहस छिड़ गई है। कई लोग उनका समर्थन कर रहे हैं तो कई लोग उनके इस तरह पहनावे को लेकर उनकी टांग खींच रहे हैं।  यह वीडियो तीन दिन पुराना है लेकिन वायरल अब हो रहा है।

वीडियो में शेख आदेल अल कलबानी एक हर्ले डेविडसन बाइक पर हैं। टीशर्ट के ऊपर उन्होंने एक हाफ जैकेट पहन रखी है। अल अरबिया न्यूज के मुताबिक उनके जैकेट पर अमेरिकी झंडे समेत अन्य कई चिन्ह बने थे। इमाम वीडियो में काफी खुश नजर आ रहे हैं। उनके पास ही खड़े एक युवक ने उन्हें विक्ट्री साइन दिखाने को कहा, जिसके बाद उन्होंने अपनी दो उंगलियों से विक्ट्री साइन भी बनाया। इससे पहले भी इमाम शेख आदेल अल कलबानी को रेसिंग कार का लुत्फ लेते हुए भी देखा गया था।

शेख आदेल अल कलबानी के इस कारनामे को लेकर अरब जगत और दुनिया के मुसलमान दो वर्गों में बंट गए हैं। कुछ अरब और गैर अरब मुसलमानों का कहना है कि दुनिया इस्लाम के लिए अरब का मुंह देखती है, अगर वहीं के खास तौर पर वो इमाम जो मक्का मस्जिद का इमाम रह चुका हो अगर वो सार्वजनिक तौर पर ऐसा कारनामा करेगा तो इस्लाम के धर्मावलंबियों पर गलत असर पड़ेगा। वहीं कुछ ने कहा है कि अल्ला ने जाहिर तौर पर किसी भी मुसलमान के खास पहनावे पर जोर नहीं दिया है। इसलिए मुसलमान चाहे वो मक्का का इमाम हो या किसी अन्य मस्जिद का इमाम अपनी मर्जी के कपड़े पहन सकता है।

वहीं, एक वर्ग तो ऐसा है जिसने इसे इस्लाम के खिलाफ ही बता दिया है।यह वर्ग मक्का मस्जिद के पूर्व इमाम के खिलाफ फतवा जारी करने की मांग कर रहे हैं। शेख आदेल अल कलबानी के कारनामे को तो स्वीकार करने को ही तैयार नहीं हैं। उनका मानना है कि यह कोई बॉडी डबल या शेख आदिल अल कलबानी का डुप्लिकेट हो सकता है। वो ग्रैंड मक्का मस्जिद के इमाम रहे चुके हैं। ग्रेंड मक्का मस्जिद के इमाम का दर्जा लाखों में एक को मिलता है। वो इस दर्जे की तौहीन कभी नहीं कर सकते।