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Afghanistan के खिलाफ जाना शरीफ को पड़ गया भारी, तालिबान ने जमकर लगाई क्लास

Pakistan Is Spreading Terrorism In Afghanistan

Taliban On Pakistan: पाकिस्तान यानी आतंकवाद का गढ़। पाकिस्तान का नाम सुनते ही हर किसी के जेहन में एक ही चीज आता है वो है आतंकवाद। पाकिस्तान ने आतंकवाद को खुब पाला पोसा। इतने आतंकियों को पनाह दे दिया कि आज यही उसके लिए नासूर बन बैठे हैं। पाकिस्तान के आतंकी मुल्क को दो टूकड़े करने की बात करते हैं। लेकिन, इसके बाद भी पाकिस्तान अपने हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। यूएनजीए में पाकिस्तानी के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने जो भाषण दिया उससे बवाल मच गया है। तालिबान और दूसरे अफगान नेताओं (Taliban On Pakistan) ने अफगानिस्तान पर लगाए गए आरोपों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। तालिबान का कहना है कि, अफगानिस्तान में कोई भी आतंकी नहीं है। इसके साथ ही तालिबान का कहना है कि, अफगानिस्तान में पाकिस्तान (Taliban On Pakistan) आतंकवाद फैलाने की कोशिश कर रहा है।

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शाहबाज शरीफ के भाषण पर तालिबान ने सुनाया खरी-खोटी
तालिबान ने कहा है कि अफगानिस्तान में किसी भी सशस्त्र समूह की मौजूदगी नहीं है। तालिबान ने पाकिस्तान को आईना दिखाते हुए यह भी कहा कि दुनिया को निराधार चिंताओं और आरोपों को उठाने के बजाय अपने विचारों और चिंताओं को साझा करने के लिए इस्लामी अमीरात के साथ सकारात्मक रूप से जुड़ना चाहिए। यहां तक कि, अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने भी कहा है कि पाकिस्तान अपने पड़ोसी देश अफगानिस्तान के लोगों, संस्कृति और विरासत के खिलाफ आतंकवाद का पोषण और इस्तेमाल कर रहा है। पूर्व उप राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने भी ऐसा लगता है कि पाकिस्तानी सेना सभी आतंकवादियों को पनाह देने और समर्थन करने में तालिबान के ओवर परफॉर्मेंस से खुश नहीं है।

पाकिस्तान के दावे झूठे हैं
तालिबान ने कहा कि पाकिस्तान और अमेरिका समेत कुछ देशों ने इस बात की चिंता जताई है कि अफगानिस्तान में आतंकवाद का खतरा अभी मौजूद है। गलत सूचना और स्रोतों के आधार पर इन चिंताओं को उठाया जा रहा है क्योंकि संयुक्त राष्ट्र में अफगानिस्तान को अभी तक उसकी वैध और कानूनी सीट अफगान सरकार को सौंपनी है। अगर अफगान सरकार को यूएन में प्रतिनिधित्व दिया जाता है तो यह पूरे क्षेत्र के लिए एक अवसर उपलब्ध कराएगा। उन्होंने कहा कि इस्लामिक अमीरात उन दावों को पूरी तरह से खारिज करता है और अपनी स्थिति दोहराता है कि अफगान जमीन का इस्तेमाल किसी अन्य देश के खिलाफ नहीं किया जाएगा। तालिबान ने यह भी कहा कि अफगानिस्तान में कोई भी आतंकी मौजूद नहीं है।

हामिद करजई भी पाकिस्तान पर लगाए झूठ बोलने का आरोप
उधर अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने भी ट्वीट करते हुए कहा है कि, पाकिस्तानी पीएम शाहबाज शरीफ का UNGA में अफगानिस्तान में आतंकवादी समूहों की मौजूदगी के बारे में बयान दुर्भाग्यपूर्ण और असत्य है। तथ्य यह है कि पाकिस्तान सरकार दशकों से अफगानिस्तान के लोगों, संस्कृति और विरासत के खिलाफ आतंकवाद का पोषण और उपयोग कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि अफगानिस्तान के लोगों की भलाई को कमजोर करने के लिए दुष्प्रचार और उग्रवाद का इस्तेमाल जारी रखना पाकिस्तान के हित में नहीं है।

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अमरुल्लाह सालेह बोले पाकिस्तानी सेना को तालिबान खुश नहीं कर पाया
अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह एक बार फिर से एक्टिव होते नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि, ऐसा लगता है कि राविलपिंडी (पाकिस्तानी सेना) सभी आतंकवादियों को पनाह देने और समर्थन करने में तालिबान के अति-प्रदर्शन से खुश नहीं है। एक आतंकवादी प्रायोजक और एक आतंकवादी समूह के बीच झगड़ा दिलचस्प है। उन्होंने कहा कि पहली बात स्पष्ट है कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान की स्थिति या तालिबान की उपस्थिति को कैश नहीं कर पाया है। शायद यह दुनिया को बेवकूफ बनाने और पाकिस्तानी सेना को पाक-साफ दिखाने का प्रयास है – जो संभव नहीं है। इंतजार करें।