अफगानिस्तान में तालिबान के वापसी के बाद से ही उसके क्रूर कानूनों की भी वापसी हुई। तालिबान का खौफ साफ लोगों में देखा गया और अब भी देखा जा रहा है। जब तालिबान ने वापसी की तो उस दौरान भारी संख्या में लोगों ने देश छोड़कर दूसरे देशों में शरण ले लिया। तालिबान दुनिया के सामने तो ये कहता रहा है कि वो अब बदल गया है लेकिन असल में तालिबान पहले की ही तरह है। महिलाओं को बिना पुरुषों के साथ घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं है, जिंस नहीं पहन सकती। बुर्का अनिवार्य कर दिया है। साथ ही कई और क्रूर कानून लागू किए हुआ है। अब नया फरमान जारी करते हुए महिलाओं को नहाते वक्त हिजाब पहनकर नहाने के लिए कहा है और साथ ही बॉडी मसाज पर भी बैन लगा दिया है।
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तालिबान ने नया फरमान जारी करते हुए महिलाओं के सामान्य बाथरूम इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी है। खामा प्रेस ने इस बात की सूचना दी है। यह फैसला धार्मिक विद्वानों और प्रांतीय अधिकारियों द्वारा सर्वसम्मति से लिया गया है। यह प्रतिबंध उज्बेकिस्तान की सीमा से लगे उत्तरी बल्ख प्रांत के लिए है। तालिबान ने अपने आदेश में कहा कि, लोग घर में आधुनिक बाथरूम तक नहीं पहुंच पाते हैं, इसलिए पुरुषों को सामान्य बाथरूम में जाने की परमिशन है। लेकिन महिलाओं को हिजाब का पालन करते हुए पर्सनल बाथरूम में जाना चाहिए। इसके साथ ही रिपोर्ट में बताया गया है नए फैसले के आधार पर महिलाएं इस्लामिक हिजाब पहनकर सार्वजनिक बाथरूम की जगह केवल पर्सनल पाथरूम में ही नहा सकती हैं।
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रिपोर्ट के मुताबिक, कम उम्र के लड़कों को भी सार्वजनिक बाथरूम में जाने से बैन कर दिया गया है। तालिबानी शासन ने बॉडी मसाज को लेकर भी नया फरमान जारी किया है, जिसमें लड़कों पर बॉडी मसाज को लेकर प्रतिबंध लगाया गया है। इससे पहले पश्चिमी हेरात प्रांत में स्थानीय अधिकारियों ने महिलाओं के लिए सामान्य बाथरूम को अस्थायी रूप से बंद कर दिया था।