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घुटनों के बल आया ड्रैगनI! India ने रोका चीनी कार कंपनी BYD का रास्ता।

India के NSA अजित डोभाल औऱ चीन के वांग की मुलाकात

India की एक चाल से घुटनों पर गिरा ड्रैगन, भारत ने चीनी कार कंपनी BYD का रास्ता रोक दिया है। दरअसल, दक्षिण अफ्रिका में इस समय ब्रिक्स देशों का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) का सम्मेलन हो रहा है। इसी सम्मेलन से अगल भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने चीन के वांग से मुलाकात की है। बताया जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान भारत-चीन सीमा विवाद से जुड़े कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई।

साउथ अफ्रिका के जोहांसबर्ग में ब्रिक्स देशों का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर का सम्मेलन हुआ। इस सम्मेलन से अलग भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल की चीन के वांग यी ये से मुलाकात हुई। वांग चीन के विदेश मामले के लिए बने कमीशन के मुखिया हैं। साथ ही चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की सेंट्रल कमेटी के वरिष्ठ आफिशियल हैं।

इस दौरान दोनों के बीच कई अहम मसलों पर चर्चा हुई,खास कर चीन-भारत सीमा विवाद को लेकर दोनों के बीच चर्चा हुई।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वांग ने डोभाल से दोनों देशों के बीच रिश्‍तों को स्थिर करने की बात कही। हालांकि इसके जवाब में डोभाल ने भी दोनों देशों के आपसी हितों का जिक्र किया।

चीन के वांग और NSA अजित डोभाल के बीच यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब भारत ने चीन की कार निर्माता कंपनी BYD के एक अरब डॉलर वाले प्रोजेक्‍ट को ठुकरा दिया है।

आपसी भरोसे वाली नीतियों का भोरासा

चीन के विदेश मंत्रालय की तरफ से वांग यी के बयान का रीडआउट जारी किया गया है। यी ने डोभाल से कहा है कि ऐसी नीतियों को निर्धारित किया जाए जिससे आपसी भरोसे का निर्माण हो। साथ ही आपसी सहयोग पर भी ध्‍यान दिया जाना चाहिए। वांग ने कहा कि दोनों पक्षों को दोनों राष्‍ट्राध्‍यक्षों की तरफ से लिए गए रणनीतिक निर्णय का पालन करना चाहिए। इसके तहत स्‍पष्‍ट किया गया था कि ‘चीन और भारत कोई खतरा नहीं हैं बल्कि एक-दूसरे के लिए विकास के अवसर प्रदान करते हैं।’

BYD कंपनी की कार के प्रोजेक्ट को बाहर का रास्ता

भारत की तरफ से कुछ दिनों पहले चीनी इलेक्ट्रिक कार कंपनी BYD के प्रोजेक्‍ट को बाहर का रास्‍ता दिखा दिया गया था। चीन के सरकारी ग्लोबल टाइम्स की मानें तो भारत BYD की तुलना में टेस्‍ला को तरजीह दे रहा है। अखबार इस बात से हैरान है कि भारत, टेस्ला और BYD के साथ अलग व्यवहार करेगा।

डोभाल ने दिया वांग को जवाब

अजित डोभाल ने कहा कि भारत और चीन के व्यापक साझा हित हैं। वांग यी चीन के पूर्व विदेश मंत्री भी रहे हैं। डोभाल ने कहा कि दोनों पक्षों की नियति निकटता से एक-दूसरे से जुड़ी हुई है। ऐसे में रणनीतिक आपसी विश्वास का पुनर्निर्माण करना और सामान्य विकास की तलाश करना जरूरी है। डोभाल ने वांग को स्‍पष्‍ट कर दिया कि वास्‍तविक नियंत्रण रेखा पर (LAC) पर स्थिति का समाधान खोजने के लिए भारत, चीन के साथ काम करने को इच्छुक है। हालांकि, डोभाल का बयान अभी भारत की तरफ से जारी नहीं किया गया है। लेकिन चीन के रीडआउट में इसका जिक्र है।

पिछले तीन साल से तनावपूर्ण हैं रिश्ते

साल 2020 में गलवान हिंसा के बाद से ही हाल के दिनों में दोनों देशों के बीच सीमा विवाद को लेकर रिश्तें कुछ ठीक नहीं चल रहा है। गलवान घाटी की हिंसा में कम से कम 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। चीन और भारत की तरफ से लगातार बातचीत के प्रयास हो रहे हैं। जुलाई की शुरुआत में वांग ने जकार्ता में आसियान देशों के विदेश मंत्रियों की मीटिंग से अलग भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की थी। जयशंकर के साथ अपनी मीटिंग में वांग ने भारत से आग्रह किया कि वह आधे रास्‍ते पर चीन से मिले और सीमा विवाद का ऐसा समाधान खोजें जो दोनों पक्षों को स्वीकार्य हो।

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