Hindi News

indianarrative

BrahMos का नया बाहुबली! चीन-पाक में मच गई खलबली, नौसेना ने किया BrahMos Supersonic Missile का सफल परीक्षण

ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (BrahMos)( Image Source : @IN_WNC )

ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (BrahMos) का भारतीय नौसेना के फ्रंटलाइन गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस मोरमुगाओ से सफल परीक्षण किया। यह जानकारी नौसेना के अधिकारियों ने रविवार (14 मई) को दी। उन्होंने कहा कि इस मिसाइल का परीक्षण समुद्र में नौसेना की मारक क्षमता और उसकी ताकत को दिखाता है। ब्रह्मोस की सफलता की कहानी नई नहीं है। अपने निर्माण के शुरुआती दौर से ही ब्रह्मोस उम्मीदों पर खरी उतरी है और इसके जरिए भारत ने दुश्मन देशों को अपनी ताकत का संकेत भी दिया है। आज दुनिया की सबसे ताकतवर और घातक मिसाइलों में ब्रह्मोस का भी नाम शामिल है।

ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल (BrahMos) को ब्रह्मोस एयरोस्पेस लिमिटेड ने विकसित किया है। यह कंपनी भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और रूस के एनपीओएम का संयुक्त उपक्रम है। मिसाइल का नाम भारत की ब्रह्मपुत्र और रूस की मोस्कवा नदियों के नाम पर रखा गया है। रूस की राजधानी मास्को मोस्क्वा नदी के किनारे स्थित है। मिसाइल को पनडुब्बियों, जहाजों, विमानों या जमीन से लॉन्च किया जा सकता है। ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल में दो चरणों वाला प्रोपेलेंट बूस्टर इंजन है। पहला चरण सॉलिड बूस्टर इंजन है, और दूसरा चरण लिक्विड रैमजेट इंजन है।

जानिए कितनी घातक BrahMos

ब्रह्मोस मिसाइल (BrahMos) की मारक क्षमता 290 किमी. है और यह मैक 2.8 (आवाज की रफ्तार से लगभग तीन गुना) की तेज रफ्तार के साथ विश्व की सबसे तेज़ क्रूज़ मिसाइल हैं। ये मिसाइल खराब मौसम के बावजूद दिन और रात में काम कर सकती है। यह “फायर एंड फॉरगेट के” सिद्धांत पर काम करती है यानी लॉन्च के बाद इसे मार्गदर्शन की जरूरत नहीं होती। भारत ब्रह्मोस मिसाइलों का निर्यात भी कर रहा है। पिछले साल जनवरी में भारत ने फिलीपींस के साथ मिसाइल की तीन बैटरियों की आपूर्ति के लिए 37.5 करोड़ डॉलर का सौदा किया था।

यह भी पढ़ें: Brahmos Hypersonic Missile पलक झपकने से पहले दुश्मन को ध्वस्त कर देती है, खौफ खा रहे चीन-पाकिस्तान