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अमेरिका पर बरसे Putin, बोले- तुमने तो भारत को भी नहीं छोड़ा, रूस से दूर रहना

Putin said West plundered India now eyes on Russia

Putin Warns America: इधर यूक्रेन पश्चिमी देशों से राग में रगता रहा, उनकी चाल से चाल मिलाता रहा। रूस को हराने के लिए अपनी सारी ताकत लगाता रहा उधर रूस ने डोनेट्स्क, लुहान्स्क, जापोरिजिया, खेरसॉन पर कब्जा करते हुए इसे अपने देश का हिस्सा बना लिया है। पश्चिमी देश और यूक्रेन राष्ट्रपति व्लोदोमीर जेलेंस्की ताकते रह गये इधर रूस ने पूरा खेल ही बदल दिया। इन चारों क्षेत्रों को लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने देश का औपचारिक हिस्सा घोषित कर दिया है। उन्होंने क्रेमलिन में आयोजित एक समारोह में डोनेट्स्क, लुहान्स्क, जापोरिजिया, खेरसॉन को रूसी क्षेत्र घोषित किया। इस दौरान उन्होंने अमेरिका की जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने कहा कि, अमेरिका (Putin Warns America) के बहकावे में आकर अपनी सामरिक शक्ति को कम किया, जबकि दूसरे देश हमने हथियारों के जखीरे को वैसे ही बनाये रखे। उन्होंने नरसंहार का आसली आरोपी अमेरिका (Putin Warns America) को करार दिया और साथ ही कहा कि, दुनियाभर के देशों पर झूठे आरोप लगाकर हमले किया और लाखों लोगों को मार डाला। साथ उन्होंने इसी दौरान उन्होंने कहा कि, ये तो भारत तक को नहीं छोड़े उसे भी लूटे हैं। उन्होंने कहा कि, पश्चिमी देशों ने भारत को लूट और अब उनकी नजर रूस पर है।

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पश्चिमी देशों ने पहले भारत को लूटा अब रूस पर नजर
पुतिन ने कहा कि इस क्षेत्र (डोनेट्स्क, लुहान्स्क, जापोरिजिया, खेरसॉन) को लोग अब रूस के नागरिक हैं और इनकी सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है। पुतिन ने आरोप लगाया कि पश्चिमी देशों ने भारत को लूटा और अब उनकी नजर रूस पर है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी देश रूस के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। उन्होंने रूस के पूर्ववर्ती नेताओं पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्होंने अमेरिका के बहकावे में आकर अपनी सामरिक शक्ति को कम किया, जबकि दूसरे देश हमने हथियारों के जखीरे को वैसे ही बनाए रखे। पुतिन ने आरोप लगाया कि नरसंहार का असली आरोपी अमेरिका है, जिसने दुनियाभर के देशों पर झूठे आरोप लगाकर हमले किए और लाखों लोगों को मार डाला।

पश्चिमी देश रूस को तोड़ना चाहते हैं
पुतिन बोले, पश्चिम रूस को उपनिवेश बनाना चाहता है। उन्होंने भारत जैसे देशों को लूटा है। (लेकिन) हमने खुद को कॉलोनी नहीं बनने दिया। रूस सोवियत संघ को फिर से बनाने के लिए प्रयास नहीं कर रहा है। यूएसएसआर अब नहीं है। हम अतीत को वापस नहीं ला सकते हैं और रूस को अब इसकी आवश्यकता नहीं है। हम इसके लिए प्रयास नहीं कर रहे हैं। उन्होंने पहले दावा किया था कि, आखिरी सोवियत नेताओं ने हमारे महान देश को नष्ट कर दिया था। पुतिन ने कहा कि सोवियत संघ के पतन के बाद, पश्चिम ने फैसला किया कि ग्रह-हम सभी को हमेशा के लिए अपने हुक्म को स्वीकार करना होगा। 1991 में, पश्चिम रूस पर भरोसा कर रहा था कि वह झटके से उबर न पाए सामना करना पड़ा और अपने आप अलग हो गया। यह लगभग बदल गया, हम 90 के दशक, भयानक 90 के दशक को याद करते हैं, जो भूख, ठंड और निराशा से भरा था। लेकिन रूस दृढ़ रहा, पुनर्जीवित हुआ, मजबूत हुआ और फिर से दुनिया में अपनी सही जगह ले ली।

डोनबास में नपसंहार का जिम्मेदार कौन
इसके आगे रूसी राष्ट्रपति बोले कि, डोनबास के लोगों ने आठ साल तक नरसंहार, गोलाबारी और नाकाबंदी का सामना किया है। खेरसॉन और ज़ापोरोज़े में अधिकारियों ने रूस और रूस की हर चीज के प्रति घृणा फैलाने का प्रयास किया। जब जनमत संग्रह हो रहे थे कीव ने चुनाव आयोगों में काम करने वाली महिला स्कूली शिक्षकों को निशाना बनाने और जनमत संग्रह में भाग लेने वाले लाखों लोगों के खिलाफ दमन की धमकी दी। पुतिन ने कहा कि मैं चाहता हूं कि कीव के अधिकारियों और पश्चिम में उनके वास्तविक आकाओं सहित हर कोई मेरी बात सुने और याद रखे कि ये लोग हमेशा के लिए हमारे नागरिक बन रहे हैं। हम कीव शासन से तत्काल संघर्ष विराम, सभी शत्रुताओं को समाप्त करने का आह्वान करते हैं। हम इसके लिए तैयार हैं।

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अपने लोगों की रक्षा हर हाल में
पुतिन यूक्रेन के अधिकारियों से डोनबास, खेरसॉन और जापोरिजिया के लोगों की पसंद का सम्मान करने का आह्वान किया और चेतावनी दी कि रूस सभी उपलब्ध साधनों का उपयोग करके अपने क्षेत्रों की रक्षा करेगा। इसके आगे पुतिन ने वादा किया है कि, लड़ाई में क्षतिग्रस्त शहरों और बस्तियों, आवास स्टॉक, स्कूलों, अस्पतालों, थिएटरों और संग्रहालयों को बहाल किया जाएगा, साथ ही उद्योग और बुनियादी ढांचे को भी बहाल किया जाएगा। उन्होंने रूसी सशस्त्र बलों के सैनिकों, डोनबास मिलिशिया और उनके परिवारों के सदस्यों से भी अपील की कि वे किसके लिए लड़ रहे हैं।