पिछले साल 24 फरवरी को रूस ने यूक्रेन (Russia attack on Ukraine) पर हमला बोल दिया था। ये जंग 2-4 दिनों तक चलने वाली थी लेकिन, पश्चिमी देशों के चक्कर में यह अब तक जारी है और इसका असर पूरी दुनिया पर पड़ रहा है। पश्चिमी देश पर्दे के पीछे से इस जंग में कूद पड़े। रूस के खिलाफ प्रतिबंद और यूक्रेन को पूरी तरह से सैन्य और आर्थिक सहायता। वहीं इस बीच अब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr zelensky) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी भेजी है। इस चिट्ठी में उन्होंने पीएम मोदी से यूक्रेन के लिए अतिरिक्त मानवीय सहायता भेजने का अनुरोध किया है।
यह अनुरोध ऐसे वक्त में किया गया है जब यूक्रेन की उप विदेश मंत्री एमीन जापारोवा भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर आई हुई हैं। जापारोवा ने कल भारत की उप विदेश मंत्री मीनाक्षी लेखी से मुलाकात के दौरान पीएम मोदी को संबोधित राष्ट्रपति जेलेंस्की की यह चिट्ठी उन्हें सौंपी थी।इस चिट्ठी में यूक्रेन ने दवाओं और चिकित्सा उपकरणों सहित अतिरिक्त मानवीय आपूर्ति का अनुरोध किया है।
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विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी एक बयान में यह जानकारी देते हुए बताया गया है कि ‘यूक्रेनी मंत्री ने यह भी प्रस्ताव दिया कि यूक्रेन में बुनियादी ढांचे का पुनर्निर्माण भारतीय कंपनियों के लिए एक अवसर हो सकता है। बयान के मुताबिक, इस बात पर सहमति बनी है कि दोनों देशों के बीच अगला अंतर-सरकारी आयोग पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तारीख पर भारत में आयोजित किया जाएगा।
भारत संग मजबूत संबंध की जताई इच्छा
जापारोवा ने भारत के साथ संबंध बढ़ाने की इच्छा जताते हुए कहा, भारत बड़ी भूमिका निभा सकता है। हम संप्रभु देशों के फैसलों का सम्मान करते हैं। भारत भी अन्य देशों के साथ संबंध बना रहा है। यह आपको तय करना है, यह आपके लाभ के लिए है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन भारत के साथ महत्वपूर्ण सैन्य टेक्नोलॉजी और विशेषज्ञता को साझा करने के लिए तैयार है।