Hindi News

indianarrative

रूस हमले के बाद यूक्रेन सरकार अंधाधुध कर रही सेना में भर्ती, रक्षामंत्री बोले- ‘आओ और हथियार उठाओ’

Courtesy Google

रूस ने यूक्रेन पर हमला कर जंग का आगाज कर दिया है। रूस ने यूक्रेन के कई शहरों में धमाके किए। क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गई। रूसी राष्ट्रपति पुनित का कहना है कि यूक्रेनी सेना हथियार डाले और वापस जाए। इस बीच यूक्रेन ने पूरे देश में आपातकाल लागू करने का ऐलान कर दिया है। यूक्रेन ने संयुक्त राष्ट्र से रूसी हमले के खतरे को देखते हुए आपात बैठक बुलाने की अपील की है। आपको बता दें कि फिलहाल दो लाख रूसी सैनिक सीमा पर तैनात हैं। रूस ने यूक्रेन के कई गांव पर कब्जा कर लिया है। इस हमले में यूक्रेन के 7 लोगों की मौत हो चुकी है और 9 लोग घायल है।

रूस का हमला भयानक रूप लेता जा रहा है। इन सबके बीच यूक्रेन सेना में अंधाधुध भर्ती कर रहा है। यूक्रेन के रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेजनिकोव ने लोगों से अपील की है कि जो कोई भी हथियार पकड़ने के लिए तैयार और सक्षम है, वह टेरिटोरियल डिफेंस फोर्स के रैंक में शामिल हो सकता है। वहीं यूक्रेन के भारत से मदद की गुहार लगाई है। भारत में तैनात यूक्रेन के राजदूत ने कहा कि हमारे देश के इलाके में धमाके हो रहे हैं। बॉर्डर इलाके में रूस यूक्रेन के चेकपोस्ट पर हमले कर रहा है। यूक्रेन ने हमले का जवाब देना शुरू कर दिया है। आज सुबह 5 बजे यह आक्रामक कार्रवाई शुरू हुई।

यूक्रेन के भारत में राजदूत इगोर पोलखा ने कहा कि हमारे पास पुष्ट जानकारी है कि कई यूक्रेनियन सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले हुए हैं। बम और मिसाइल हमलों से सैन्य हवाई अड्डों, सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया है। उन्होंने बताया कि कुछ हमले राजधानी के उपनगरीय इलाके में भी हुए हैं। कुछ हमले यूक्रेन की सीमा में काफी अंदर भी हुए हैं। हालात काफी बदल चुके हैं। यूक्रेन के लोग अपनी संप्रभुता और शहरों की रक्षा करने के लिए तैयार हैं। यूक्रेन के राजदूत ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। आखिरी समय तक हमारे राष्ट्रपति रूस के साथ द्विपक्षीय बातचीत के लिए कहते रहे लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

यूक्रेन के राजदूत इगर पोलिखा ने कहा, 'हमारी पीएम मोदी से अपील है कि वह तुरंत रूसी राष्ट्रपति पुतिन और हमारे राष्ट्रपति जेनेंस्की के बीच बात करवाएं।' उन्होंने कहा कि पीएम मोदी दुनिया के प्रभावशाली नेता हैं, उन्हें इस मामले में दखल देनी चाहिए।