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अफ़ग़ानिस्तान से अर्जेंटीना तक: एक तरफ़ रूस, दूसरी तरफ़ यूक्रेन की ओर से लड़ते 84 देशों के भाड़े के सैनिक

एक सैन्य अभ्यास की बारीकी से निगरानी करते रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन( फ़ाइल फ़ोटो: सौजन्य: Kremlin.ru)

रूस ने सोमवार को यूक्रेन पर विदेशी भाड़े के सैनिकों को आकर्षित करने के लिए एशिया, लैटिन अमेरिका और मध्य पूर्व में भर्ती अभियान बढ़ाने का आरोप लगाया।

मॉस्को ने आरोप लगाया है कि कीव शासन का नवीनतम क़दम यूक्रेन में लामबंदी की एक और लहर की विफलता की पृष्ठभूमि के ख़िलाफ़ और यूक्रेन के सशस्त्र बलों के कर्मियों के “विनाशकारी नुक़सान को छिपाने के लिए” उठाया गया है।

रिपोर्टों का हवाला देते हुए रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन ने पिछले महीने अर्जेंटीना, ब्राजील, अफ़ग़ानिस्तान, इराक़ और सीरिया के अमेरिकी-नियंत्रित क्षेत्रों में विदेशी भाड़े के सैनिकों की भर्ती शुरू कर दी है।

रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव ने सोमवार को कहा, “पोलैंड, ग्रेट ब्रिटेन और अन्य यूरोपीय देशों में कीव शासन के लिए शहीद होने में रुचि रखने में कई गुना गिरावट को देखते हुए संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में भर्ती गतिविधियां तेज़ कर दी गयी हैं। यह काम यूक्रेनी विदेशी एजेंसियों के आधार पर पश्चिमी ख़ुफ़िया सेवाओं और इसके द्वारा नियंत्रित निजी सैन्य कंपनियों की सहायता से किया जाता है।”

2022 में 24 फ़रवरी को शुरू हुआ दोनों देशों के बीच का यह संघर्ष सोमवार को 502वें दिन में प्रवेश कर गया, जिसमें अबतक रूसी और यूक्रेनी दोनों सेनाओं को भारी नुक़सान उठाना पड़ा। मॉस्को ने कहा कि इस साल 30 जून तक कम से कम 4,845 विदेशी भाड़े के सैनिक मारे गये हैं और अन्य 4,801 यूक्रेन के क्षेत्र से भाग गये हैं।

कोनाशेनकोव ने कहा, “कुल मिलाकर 24 फ़रवरी, 2022 से, 84 देशों के 11,675 विदेशी भाड़े के सैनिक यूक्रेन के सशस्त्र बलों की ओर से इस जंग में भाग लेने के लिए आधिकारिक तौर पर यूक्रेन पहुंचे हैं। मार्च-अप्रैल 2022 में सबसे बड़ी संख्या में भाड़े के सैनिक यूक्रेन पहुंचे, लेकिन पहले हुए नुक़सान के बाद उनके आगमन की गतिशीलता में तेज़ी से कमी आयी है।”

उन्होंने कहा, “सबसे अधिक समूह पोलैंड (2.6 हजार से अधिक लोग), संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा (900 या अधिक), जॉर्जिया (800 से अधिक), ग्रेट ब्रिटेन और रोमानिया (प्रत्येक में 700 या अधिक), क्रोएशिया (300 से अधिक) और फ़्रांस से और सीरिया के तुर्की-नियंत्रित हिस्से से (प्रत्येक में 200 या अधिक) पहुंचे हैं। ।”

पकड़े गए यूक्रेनी सैनिकों से पूछताछ के दौरान जानकारी प्राप्त करने के बाद मॉस्को ने कहा कि संपर्क रेखा पर काम कर रहे यूक्रेन के सशस्त्र बलों के कमांडरों को विदेशी भाड़े के सैनिकों के बीच नुक़सान के लिए ज़िम्मेदार नहीं ठहराया जाता है।

रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा, “विदेशी भाड़े के सैनिकों को कीव शासन द्वारा तोप का इस्तेमाल के रूप में किया जाता है। यूक्रेनी कमान के किसी भी व्यक्ति को अपने जीवन पर पछतावा नहीं है। इसलिए, उनके पास केवल एक ही विकल्प है – यूक्रेन से भाग जाना या फिर लड़ते हुए मर जाना। रूसी सशस्त्र बल, एक विशेष सैन्य अभियान के दौरान विदेशी भाड़े के इन सैनिकों को नष्ट करना जारी रखेंगे, भले ही यूक्रेन के क्षेत्र में उनका स्थान कुछ भी हों।”

यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने रविवार को कहा कि अभी प्राथमिकता वाले क्षेत्र, पड़ोसी बेलारूस के साथ देश की संपूर्ण उत्तरी सीमा को मज़बूत करना है।

लुत्स्क में पोलिश राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा से मुलाक़ात के बाद ज़ेलेंस्की ने कहा, ”यूक्रेन के लिए लड़ने और काम करने वाले सभी लोगों को धन्यवाद ! मदद करने वाले दुनिया के हर व्यक्ति को धन्यवाद !”