पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान के समर्थकों पर पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई इस्लामाबाद के राजनयिक संबंधों में खटास पैदा कर रही है।
अमेरिका ने मंगलवार को पाकिस्तान से लग्ज़री फ़ैशन ब्रांड एलान और ज़ाहा की संस्थापक फैशन डिज़ाइनर ख़दीजा शाह को कांसुलर एक्सेस प्रदान करने के लिए कहा, जिन्हें इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में अर्धसैनिक बलों द्वारा ख़ान की गिरफ़्तारी के बाद इमरान ख़ान के समर्थकों द्वारा 9 मई के विरोध प्रदर्शन के बाद गिरफ़्तार कर लिया गया था।
विदेश विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने संवाददाताओं से कहा: “हमने पाकिस्तानी अधिकारियों से उनके लिए कांसुलर एक्सेस के लिए कहा है।” अमेरिका ने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने कार्रवाई में कई अमेरिकी नागरिकों को गिरफ़्तार कर लिया है।
The United States has asked the Government of Pakistan to provide consular access to Khadija Shah — the prime suspect in the attack on the corps commander’s house — who is also an American citizen, State Department spokesperson Vedant Patel said Wednesday.#Pakistan #khadijahshah pic.twitter.com/oJFw2aAnAS
— Islamabad Insider (@IslooInsider) June 7, 2023
पटेल ने कहा: “जब भी किसी अमेरिकी नागरिक को विदेश में गिरफ़्तार किया जाता है, तो हम सभी उचित सहायता प्रदान करने के लिए तैयार रहते हैं और हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तानी अधिकारी इन बंदियों के लिए सभी निष्पक्ष सुनवाई की गारंटी का सम्मान करेंगे।” पाकिस्तानी अख़बार डॉन ने बताया कि विदेश विभाग को शाह तक पहुंच प्रदान नहीं की गयी है।
शाह पूर्व सेना कर्मचारी जनरल आसिफ़ नवाज जंजुआ की पोती हैं,उनके पास अमेरिका और पाकिस्तान की दोनों की दोहरी नागरिकता हैं। उनके पिता राष्ट्रपति जनरल परवेज़ मुशर्रफ़ के शासन के दौरान एक प्रमुख राजनीतिज्ञ थे। अब वह पाकिस्तानी सेना की कड़ी कार्रवाई का हिस्सा हैं।
शाह ख़ान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक़-ए-इंसाफ़ (पीटीआई) के जाने माने समर्थक हैं। पाकिस्तानी अधिकारी उन्हें जिन्ना हउस – लाहौर कॉर्प्स कमांडर के घर पर हमले के मुख्य संदिग्धों में से एक मान रहे हैं।
पूरे पाकिस्तान में उस दंगे के दो दिनों के बाद शाह छुपी हुई थीं, जिसमें सैन्य घरों, छावनियों और यहां तक कि ऐतिहासिक इमारतों को जला दिया गया था । वह अंततः सामने आयीं, माफ़ी मांगीं और उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया।
Khadija Shah's pre arrest apology video. pic.twitter.com/Hbac5SzPwU
— Hamza Azhar Salam (@HamzaAzhrSalam) May 28, 2023
शाह के परिवार ने यह कहते हुए कड़ा बचाव किया है कि शाह स्वेच्छा से जांच के लिए आयी थीं, लेकिन उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया। बाद में उन्हें पाकिस्तानी सेना और शहबाज़ शरीफ़ की सरकार के साथ एक आतंकवाद-विरोधी अदालत के समक्ष पेश किया गया, जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि सैन्य संपत्तियों पर हमलों के लिए गिरफ़्तार किए गए खान के समर्थकों पर नागरिक अदालतों में नहीं, सैन्य क़ानूनों के तहत मुकदमा चलाया जायेगा ।
इस बीच अमेरिकी डायस्पोरा के बीच पीटीआई समर्थक क़ानून की स्थिति में हस्तक्षेप करने के लिए अमेरिका के साथ पैरवी कर रहे हैं, जिसने ख़ान की गिरफ़्तारी और बाद में पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट द्वारा रिहाई के बाद पाकिस्तान को निशाने पर ले लिया है।
हालांकि, प्रवक्ता पटेल ने कहा: “हम अपने पाकिस्तानी भागीदारों के साथ उन मुद्दों पर सीधे जुड़ते हैं, जो संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए महत्वपूर्ण हैं और व्यापक क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण हैं।” ख़ान के समर्थकों द्वारा अमेरिकी हस्तक्षेप की मांग करने के प्रयासों के बाद अमेरिका ने स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी राजनीतिक दल की ओर से हस्तक्षेप नहीं करेगा, क्योंकि उनके संबंध एक सरकार के साथ हैं।