तालिबान ने 15 अगस्त 2021 में अफगानिस्तान पर 20 वर्षों बाद फिर से कब्जा कर लिया था। जिसके बाद से लगातार अफगानिस्तान के लोग अपना मुल्क छोड़कर अन्य देशों में पलायन कर रहे हैं। तालिबान के आने के बाद से देश की स्थिति बदतर हो गई है। मानवीय संकट गहराता जा रहा है। इस बीच तालिबान लगातार अमेरिका से कहती रही है कि उसके द्वारा सीज किया गया अफगानिस्तान का फंड रिलीज करे। लेकिन अब इसे लेकर अमेरिका ने बड़ा कदम उठाते हुए कहा है कि, वो अफगानिस्तान के सीज फंड को 9/11 हमले के पीड़ितों को बांटेगा। जिसके बाद तालिबान पूरी तरह से तबाह होते हुए नजर आ रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन कहा है कि, अमेरिका अपने यहां जब्त सात अरब डॉलर की अफगान संपत्ति को अब मुक्त कर देगा। ये पैसा दो हिस्सों में बांटा जाएगा, इसका एक हिस्सा गरीबी से त्रस्त अफगानिस्तान के लिए मानवीय सहायता और दूसरा हिस्सा 11 सितंबर के पीड़ितों की मदद के लिए दिया जाएगा। अमेरिका के इस बयान पर तालिबान फफड़ा उठा है और कहा है कि, वो पैसा सिर्फ अफगानिस्तान के लोगों का है।
स्थानीय खामा प्रेस के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र के लिए तालिबान (Taliban) के नामित राजदूत सुहैल शाहीन ने कहा कि यह पैसा केवल अफगानिस्तान के लोगों का है। उसने ट्विटर पोस्ट में कहा है कि, द अफगानिस्तान बैंक-अफगानिस्तान सेंट्रल बैंक का रिजर्व, सरकारों और गुटों से संबंधित नहीं है, बल्कि यह अफगानिस्तान के लोगों की संपत्ति है। इसका उपयोग केवल मौद्रिक नीति के कार्यान्वयन, व्यापार की सुविधा और देश की वित्तीय प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। इसके आगे कहा है कि, इनमें से किसी भी काम के लिए पैसे का इस्तेमाल नहीं किया गया है। अमेरिकी बैंकों में अब भी 3.5 अरब डॉलर फ्रीज हैं।
अमेरिका के इस कदम को लेकर शाहीन ने आलोचना करते हुए कहा है कि, किसी दूसरे उद्देश्य के लिए पैसे को फ्रीज करना औऱ बांटना अन्याय है और यह अफगानिस्तान के लोगों को स्वीकार नहीं है। अमेरिका धनराशि तुरंत जारी नहीं करेगा। लेकिन बाइडेन के आदेश में बैंकों से अफगान राहत और बुनियादी जरूरतों के लिए मानवीय समूहों के माध्यम से वितरण के लिए एक ट्रस्ट फंड को जब्त राशि का 3.5 अरब डॉलर प्रदान करने का आह्वान किया गया है।अन्य 3.5 अरब डॉलर अमेरिका में आथंकवाद के शिकार लोगों के मुकदमों के दौरान हुए खर्चे की भरपाई के लिए दिए जाएंगे।