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उइगर मुस्लिमों के साथ नहीं तो खिलाफ क्यों? Turkey में पाकिस्तनी दूतावास के बाहर Imran Khan के खिलाफ विरोध प्रदर्शन

Uyghur मुस्लिमों को लेकर इमरान खान ने ऐसा क्या कहा कि मच गया बवाल?

पाकिस्तान के सदाबहार दोस्त चीन लगातार मुस्लिमों पर जुर्म करता है लेकिन यह इमरान खान को नजर नहीं आता। खासकर चीन ने उइगर मुसलमानों की जिंदगी बदतर बना दी है। चीन ने अपने यहां उइगर मुस्लिमों को एक तरह से बंदी ही बना कर रखा हुआ है। क्योंकि, चीन के उइगर मुसलमान सरकार के सर्विलांस पर रहते हैं। इनमें से किसी को भी उस स्थान से बाहर जाने की इजाजत नहीं है। यहां तक कि चीन इनके साथ इतना जुर्म करता है कि इनकी आंखे, किड़नियां, गुर्दे निकालकर कालाबाजारी कर मोटी कमाई करता है। उइगर मुसलमानों को लेकर जब भी बोलना होता है तो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री चुप्पी साध लेते हैं अब उन्होंने चीन को लेकर कुछ ऐसा बोल दिया है कि लोग आगबबूले हो गए हैं।

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प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ तुर्की के इस्तांबुल में उइगर (Uyghur) प्रवासी जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इन लोगों ने इमरान के उस बयान पर आपत्ति दर्ज कराई है, जो उन्होंने बीजिंग विंटर ओलंपिक 2022 (Beijing Olympics 2022) के उद्घाटन समारोह से लौटने के बाद चीन को लेकर दिया है। उइगर प्रवासी विरोध प्रदर्शन करने के लिए इस्तांबुल में पाकिस्तान दूतावास के बाहर एकत्रित हुए और इमरान खान के खिलाफ नारे लगाए।

रिपोर्टों की माने तो, इमरान खान ने शिंजियांग में उइगर मुसलमानों पर चीन के दमन के मामले में चीन को क्लीन चिट दे दी है। उइगरों ने कहा है कि, विरोध का मुख्य कारण, इमरान खान का झूठ और उइगर मुसलमानों का पाकिस्तान में निर्वासन है। इन प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान दूतावास के मेन गेट पर प्रदर्शन किया जहां पर उन्होंने सुरक्षा अधिकारियों को एक ज्ञापन सौंपा। जिसे उन्होंने लेने से इनकार कर दिया। ज्ञापन वाला लिफाफा वाणिज्य दूतावास के मेन गेट पर भी चिपकाया गया है। लोगों की भीड़ देख पाकिस्तान दूतावास के वरिष्ठ अधिकारी बाहर आए और लोगों से बहस करने लगे। यहां गौर करने वाली बात यह है कि, पाकिस्तान के वरिष्ठ अधिकारी ने प्रदर्शनकारियों से कहा कि वह पाकिस्तान नहीं बल्कि चीनी दूतावास के सामने जाकर विरोध करें। काफी बहसबाजी के बाद केवल 25 लोगों को ही प्रदर्शन करने की अनुमति दी गई। साथ ही उनसे आश्वासन लिया गया कि वह यातायात को बाधित नहीं करेंगे। हालांकि 25 लोगों से शुरू हुआ प्रदर्शन 75 लोगों में तब्दील हो गया।

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यह करीब आधे घंटे तक चला, फिर तुर्की की पुलिस ने लोगों को वापस भेज दिया। प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा अधिकारियों और प्रदर्शनकारियों के बीच कई बार झड़प हुई। एक मामलू झड़प तब हुई जब दूतावास के वरिष्ठ अधिकारी ने कुछ उइगरों को इमरान खान के खिलाफ नारे लगाने से रोका।