Hindi News

indianarrative

Afghanistan तालिबान और ISIS में अस्तित्व की जंग, लगातार हो रहे हमलों में मारे जा रहे लोग

अफगानिस्तान में तालिबान और इस आतंकी संगठन के बीच जंग जारी

अफगानिस्तान में तालिबान के आने से आतंकी हमले तेज हो गए हैं, एक तरफ देश की आर्थिक स्थिति चर्मराई हुई है तो वहीं, अब आम नागरिक आतंकी हमलों का भी शिकार हो रहे हैं और लोगों में डर का माहौल बना हुआ है। अफगान नागरिक देश की भयावह स्थिति के चलते पलायन करने के लिए मजबूर है। इस बीच तालिबान और आईएसआई के बीच जंग जारी है। सोमवार को काबुल में एक मस्जिद के बाहर भीषण बम विस्फोट हुआ था जिसमें काफी लोग मारे गए। तालिबान ने इस हमले के पीछे ISIS-K को जिम्मेदार ठहराया है और इस हमले के बाद तालिबान ने आईएसआई-के के ठिकानों पर हमला किया है।

यह भी पढ़ें- इमरान खान का America पर सीधा वार, कहा- हर हाल में देनी होगा 'तालिबानी सरकार' को मान्यता वरना…

तालिबान का कहना है कि, उसने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में इस्लामिक स्टेट के ठिकाने पर हमला किया और कई आतंकवादियों को ढेर किया है। ईदगाह मस्जिद के बाहर रविवार को हुए विस्फोट में पांच नागरिक मारे गये। किसी ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली लेकिन तालिबान ने इसके लिए आईएसआई-के को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है जो लगातार तालिबानियों पर हमले कर रहे है।

तालिबान के अधिकारी संगठन के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा है कि, तालिबान के बलों ने काबुल के उत्तर में खैर खाना में इस्लामिक स्टेट के एक केंद्र पर धावा बोला। हालांकि, यह नहीं बताया कि कितने आईएसआई आतंकी मारे गए और इसमें किसी तालिबानी की जान गई। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से रविवार के विस्फोट हमले सबसे खतरनाक थे।

यह भी पढ़ें- दहलने लगा अफगानिस्तान- Kabul में भीषण बम धमाका

काबुल में रविवार को जो बम धमाका हुआ उसकी जानकारी भी तालिबान के प्रवक्ता ने दी थी। आईएसआईएस-के यानी इस्लामिक स्टेट-खुरासान को तालिबान का कट्टर दुश्मन माना जाता है। जो लगातार तालिबान के खिलाफ हमले कर रहा है। प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने ट्वीट करते हुए कहा कि बम धमाका काबुल की ईदगाह मस्जिद के एंट्रेंस गेट पर हुआ है। हालांकि हमले में कितने लोग मारे गए हैं, इस बारे में तालिबान की सरकार ने अभी तक कुछ नहीं बताया है।