अंतर्राष्ट्रीय

Ukraine को चटुकियों में कर देगी तबाह, जाने पैट्रियट सिस्टम की खासियत जिसने बढ़ाई पुतिन की टेंशन

रूस-यूक्रेन (Russia-Ukraine) के बीच हो रहे जंग के करीब 9 महीने से ज्यादा समय बीत चुका है। जंग की वजह से यूक्रेन में हर तरफ तबाही के निशान ही नजर आ रहे हैं। रूसी मिसाइल लगातार यूक्रेन के इंफ्रास्ट्रक्चर को तबाह करने में जुटी है। वहीं युद्ध के बीच हथियार के लिए यूक्रेनी राष्ट्रपति पिछले दिनों अचानक अमेरिका पहुंचे, जहां बाइडेन (Joe Biden) ने रूस से जंग लड़ने के लिए 15 हजार करोड़ रुपए का हथियार देने का ऐलान किया। यही नहीं रूस से युद्ध लड़ने के लिए अमेरिका ने यूक्रेन को पेट्रियट मिसाइल सिस्टम भी देने की घोषणा की है। अमेरिका ने इस सिस्टम का इस्तेमाल कभी इराक के तानाशह सद्दाम हुस्सैन की सल्तनत खत्म करने के लिए किया था।

युद्ध में अब तक रूस को कितना नुकसान?

101,403 रूसी सैनिक अब तक मारे जा चुके हैं।
283 प्लेन और 267 हेलिकॉप्टर नष्ट हो चुका है।
1988 आर्टलिरी और 653 क्रूस मिसाइल बर्बाद हो चुका है।
पहले समझिए पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम क्या है?

यह एक ऑटोमेटिक डिफेंस सिस्टम है, जिसमें हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम, 30 मोर्टार सिस्टम, 37 कौगर माइन रेसिस्टेंट एम्बुश प्रोटेक्टेड व्हीकल, छह बख्तरबंद ट्रक, हाई-स्पीड एंटी-रेडिएशन मिसाइल, 2,700 से अधिक ग्रेनेड लॉन्चर और छोटे हथियार, नाइट विजन डिवाइस और ऑप्टिक्स और बॉडी आर्मर शामिल हैं।

इसकी ही तैनाती क्यों?

यह डिफेंस मिसाइल सिस्टम दुनिया की सबसे बेहतरीन डिफेंस सिस्टम में से एक है। इसकी तैनाती दुश्मन की बैलिस्टिक मिसाइल, क्रूज मिसाइल और लड़ाकू विमानों को पल भर में मार गिराने के लिए किया जाता है। अपनी तैनाती की जगह से 150 किलोमीटर दूर किसी मिसाइल को मार गिराने में सक्षम है। इसे अमेरिका ने बनाया है और इसके कई वर्जन अभी अमेरिकी एयरफोर्स के बेड़े में शामिल है. रूस-यूक्रेन जंग में अमेरिका यूक्रेन का साथ दे रहा है, इसलिए पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम यूक्रेन को दिया गया है।

ये भी पढ़े: ukraine को घातक पैट्रियट मिसाइल भेजने को तैयार अमेरिका, रूस ने कह दी इतनी बड़ी बात

कैसे काम करता है?
पैट्रियट मिसाइल सिस्टम 3 फेज में काम करता है. पहला- रडार, दूसरा- कंट्रोल स्टेशन और तीसरा- मिसाइल लॉन्चर।

1. रडार- सर्विलांस रडार 150-160 किमी दूर तक दुश्मन के मिसाइल को ट्रैक करता है. फिर कंट्रोल स्टेशन को निर्देश देता है।

2. कंट्रोल स्टेशन- कंट्रोल स्टेशन मिसाइल की पूरी जानकारी (मसलन- कितना पावरफुल है और स्पीड कितनी है) को ट्रैक करता है। ट्रैक करने के बाद मिसाइल लॉन्चर को निर्देश देता है।

3. मिसाइल लॉन्चर- कंट्रोल स्टेशन से निर्देश मिलने के बाद मिसाइल लॉन्चर 9 सेकेंड में तैयार हो जाता है। लॉन्चर में 16 मिसाइलें लगी होती है, जो तुरंत रडार में मौजूद मिसाइल को मार गिराता है।

पैट्रियट की तैनाती पर पुतिन ने क्या बोला?

यूक्रेन में पैट्रियट की तैनाती पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि इससे युद्ध पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। रूस इससे निपटने का कोई न कोई रास्ता जरूर ढूंढ निकालेगा। जो भी यूक्रेन को इस तरह की मदद पहुंचा रहे हैं वो इस संघर्ष को और बढ़ा रहे हैं।

आईएन ब्यूरो

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