पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के ऊपर छींटे यूं ही नहीं उठते, अपनी हरकतों की वजह से इमरान खान के साथ-साथ उनके मंत्रियों की भी इंटरनेशनल लेवल पर बेइज्जती हो रही है। जहां एक तरफ इमरान खान कश्मीर का राग अलापते हैं तो वहीं, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के लोगों पर जो जुर्म ढा रहे हैं वो उन्हें नहीं नजर आता। पीओके के लोग जब भी अपने ऊपर हो रहे जुर्म की आवाज उठाते हैं तो पाकिस्तान उन्हें रातों-रात गायब कर देता ये हम नहीं बल्कि पीओके के ही लोगों का कहना है और वो भी लंदन की सड़कों पर। जहां पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री के पहुंचते ही शेम-शेम पाकिस्तान के नारे लगने शुरू हो गए।
इमरान खान कभी अमेरिका के खिलाफ चले जाते हैं तो कभी पूरी दुनिया के सामने ऐसा झूठ बोल देते हैं कि हर ओर थू-थू होने लगती है। इस बार पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के लंदन आगमन पर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। कुरैशी रविवार को अपने तीन दिवसीय आधिकारिक दौरे पर यूनाइटेड किंगडम पहुंचे।
पाकिस्तान विदेश मंत्री के लंदन पहुंचते ही पीओके के लोगों पर हो रहे अत्याचार को लेकर नारेबाजी शुरू हो गई। बलूच और सिंधि कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन में कश्मीर के लोग भी शामिल हुए। कुरैशी के पहुंचते ही नेशनल इक्वेलिटी पार्टी जम्मू कश्मीर गिलगित बाल्टिस्तान और लद्दाख (एनईपी जेकेजीबीएल) के सज्जाद राजा के नेतृत्व में कश्मीरी पाकिस्तानी उच्चायुक्त के आवास के सामने जमा हो गए।
प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में रह रहे कश्मीरियों के खिलाफ पाकिस्तानी अत्याचारों के खिलाफ नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि उन लोगों के अपहरण और हत्या के लिए पाकिस्तान को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए जो बुनियादी अधिकारों की मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही विरोध कर रहे लोगों ने यह तक आरोप लगाया है कि पाकिस्तान सुरक्षा एजेंसी द्वारा उन्हें जबरन गायब कर दिया गया है। कश्मीर और गिलगित बाल्टिस्तान के लोगों को बुनियादी राजनीतिक अधिकारों से वंचित किया गया है। इसके साथ ही वहां लोगों ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री के सामने ही, "शेम-शेम पाकिस्तान" के नारे लगाए और यूके सरकार से कुरैशी को तरजीह नहीं देने की मांग की।