पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय के हालात काफी खराब है। आए दिन उन्हें प्रताड़ित किया जाता है। इमरान खान की पुलिस से लेकर वहां के लोग हिंदुओँ पर जुल्म करते हैं। इसे लेकर दुनिया भर मे विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। ब्रिटेन में 40स्थानों पर शांतिपूर्वक जुलूस निकाला। 2अक्टूबर को गांधी जयंती के दिन अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के अवसर पर जुलूस का आयोजन किया गया था।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय पर होने वाले अत्याचारों को लेकर दुनियाभर में आवाज उठती रही हैं। खुद पाकिस्तानी मूल के लोगों ने भी इस संबंध में आवाज उठाई है। इनसाइट यूके ने बताया कि समूह द्वारा कवर किए गए स्थानों में एडिनबर्ग, लीड्स, यॉर्क, मैनचेस्टर, वारिंगटन, बोल्टन, लिवरपूल, कैम्ब्रिज, मिल्टन कीन्स, लंदन, नॉटिंघम, लीसेस्टर, डर्बी, रग्बी, शेफील्ड, वेस्ट ब्रोमविच, ब्रिस्टल, स्विंडन, सैलिसबरी, चेल्टनहैम, स्वानसी, रीडिंग, स्लो, बेसिंगस्टोक और कार्डिफ शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि जूलूस के बाद समुदाय के सदस्यों ने अपने स्थानीय सांसदों से दक्षिण एशिया और राष्ट्रमंडल मंत्री (लॉर्ड तारिक अहमद) के सामने इस मानवीय मुद्दे को उठाने की मांग की। उन्होंने ये भी मांग की कि ब्रिटिश सरकार चिंता की इन वजहों को पाकिस्तान सरकार के साथ उठाए, ताकि अल्पसंख्यकों और उनके मानवाधिकारों की रक्षा हो सके। इनसाइट यूके ने एक रिपोर्ट बनाई है जिसमें ये बताया गया है कि कैसे पाकिस्तान में हिंदुओं को परेशान किया जा रहा है। अल्पसंख्यक धर्मों की 1,000 से अधिक युवा पाकिस्तानी लड़कियों को हर साल जबरन इस्लाम में कंवर्ट किया गया है।