पाकिस्तान में इमरान खान सरकार और सेना के बीच तल्खी की खबर है। नए आईएसआई चीफ बनाने के मुसले पर इमरान खान और आर्मी चीफ जनरल बाजवा आमने-सामने आ गए है। सोमवार को इसे लेकर लंबी बैठक हुई है। इसके बाद बाजवा के तेवर तीखे हुए और साफ कह डाला कि सरकार सेना के मामलों में हस्तक्षेप नहीं कर सकती है। दरअसल पूरा मामला तब शुरू हुआ जब पिछले महीने लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम को आईएसआई का नया डीजी नियुक्त किया गया। खबरों के मुताबिक इमरान खान इससे खुश नहीं हैं।
इमरान खान चहाते है कि पूर्व आईएसआई चीफ ले. जनरल फैज हमीद दिसंबर तक अपने पद पर बने रहें। लेकिन बाजवा इसके लिए तैयार नहीं हैं वो चाहते है कि नदीम अंजुम को आईएसआई का नया डीजी बनाया जाए। बाजवा ने इमरान खान से कहा है कि सरकार को सैन्य मामलों में दखल नहीं देना चाहिए। एक दूसरे बयान में जनरल बाजवा ने इमरान खान से कहा कि सिर्फ इसलिए कि उनके और हमीद के 'संबंध' अच्छे हैं, उन्हें हमेशा के लिए डीजी आईएसआई के पद पर नहीं रखा जा सकता।
वहीं इमरान खान ने जनरल बाजवा से कहा कि नए आईएसआई प्रमुख की नियुक्ति प्रधानमंत्री कर सकता है और ये उसका अधिकार है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख फैज हमीद का बीते दिनों सेना ने तबादला कर दिया। इस फैसले ने सभी को चौंका दिया क्योंकि अफगानिस्तान में तालिबान सरकार के गठन में उन्होंने अहम और सफल भूमिका निभाई थी। फैज हमीद को अब पेशावर कोर का कमांडर बनाया गया है। आईएसआई की कमान अब लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम के हाथ में है।