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Pakistan: आर्मी चीफ बाजवा के खिलाफ फौज में बगावत की साजिश रच रहे हैं पाक पीएम इमरान खान!

इमरान खान बनाम जनरल बाजवा

पाकिस्तान से एक बेहद गंभीर किस्म की खबर आ रही है। खबर यह है कि डीजी आईएसआई के नए चीफ की नियुक्ति को लेकर पीएम इमरान खान और कमर जावेद वाजवा में तलवारें खिंच चुकी हैं। दोनों ही पहले वार का इंतजार कर रहे हैं। इसी बीच खबर यह भी है कि पीएम इमरान खान ने फैज हामिद के कंधे का इस्तेमाल करते हुए फौज को ही तिफरका फैला दिया है।

बताया जा रहा है कि इमरान खान ने जूनियर ऑफिसर का एक ऐसा गुट तैयार किया है जो आर्मी चीफ कमर जावेद वाजवा के खिलाफ बगावत कर सकता है। ये गुट कमर जावेद बाजवा और उनके हामी चार कोर कमाण्डरों को भी गिरफ्तार कर सकते हैं। उसके बाद आर्मी की कमान सीधे फैज हामिद के हाथ में आ जाएगी। फैज हामिद को डीजी आईएसआई के ओहदे पर बरकरार रखने के खिलाफ जितने भी आर्मी अफसर हैं उन की भी गिरफ्तारी हो सकती है।

अफवाहें यह भी हैं कि इमरान खान ने ये साजिश रावलपिंडी के उस कदम के बाद उठाया है जिसमें इमरान खान के कुछ मंत्रियों की जीएचक्यू में एंट्री के हुक्म जारी किए थे। डीजी आईएसआई की नियुक्ति के विवाद को लगभग एक पखबाड़ा बीत गया है।

तमाम तरह की बातें सामने आती रही हैं। एक बात यह भी सामने आई थी कि अक्टूबर 2020 यानी एक साल पहले ही इमरान खान ने पाकिस्तान सरकार के रूल्स ऑफ बिजनैस में परिवर्तन करते हुए आर्मी के सीनियर अफसरों की नियुक्तियों और सजा-अवॉर्ड दिए जाने का अधिकार पीएम दो दे दिया। मतलब यह कि आर्मी चीफ सीनियर फौजी अफसरों को तब्दील करने, सजा देने या फिर ईनाम देने की सिफारिश ही पीएम इमरान खान को भेज सकते हैं। पाक आर्मी चीफ अपनी कलम से न तो किसी को सजा दे सकते हैं और न ईनाम दे सकते हैं।

पाकिस्तानी मीडिया में कहा गया कि शायद ये वही ‘टेक्निकल’ वजह है जिसके चलते डीजी आईएसआई की तैनाती में उलझन पैदा हुई है। हालांकि, पीएम इमरान खान के ऑफिस या आर्मी हेड क्वार्टर किसी ने भी रूल्स ऑफ बिजनैस में तबदीली को नहीं कबूला है। यह जरूर है कि पाकिस्तानी मीडिया के तमाम क्वार्टर्स में यह आशंका जरूर व्यक्त की जा रही है कि अगर डीजी आईएसआई की तैनाती में देरी हुई तो बगावत जरूर होगी भले ही वो आर्मी चीफ बाजवा की ओर से हो या फिर पीएम इमरान खान की ओर से, और हां एक बात यह भी कि दोनों ही बगावतों से नुकसान पाकिस्तान का होना तय है!