भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनसीएस) में कश्मीर का मुद्दा उठाया और पाकिस्तान की जमकर क्लास लगाई। भारत ने साफ किया कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख देश के अभिन्न अंग है, जिस पर पड़ोसी मुल्क का अवैध कब्जा है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन की कौंसलर काजल भट ने कहा- 'भारत, पाकिस्तान सहित सभी पड़ोसी देशों के साथ सामान्य संबंध चाहता है और अगर कोई लंबित मुद्दा है तो उसे शिमला समझौते और लाहौर घोषणा के अनुसार द्विपक्षीय और शांतिपूर्ण तरीके से निपटाने के लिए प्रतिबद्ध है। हालांकि, कोई भी सार्थक बातचीत आतंक, शत्रुता और हिंसा से मुक्त माहौल में ही हो सकती।'
भारत ने कहा- 'पाकिस्तान ऐसा देश है जिसे आतंकवाद का समर्थन करने, उन्हें ट्रेनिंग देने और पैसे और हथियारों से उनका पोषण करने के लिए जाना जाता है। यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादियों की सबसे बड़ी संख्या की मेजबानी करने का अपमानजनक रिकॉर्ड रखता है। पाकिस्तान के पास आतंकवादियों को पनाह देने, सहायता करने और सक्रिय रूप से समर्थन करने का 'स्थापित इतिहास और नीति' है। पाकिस्तान के प्रतिनिधि ने मेरे देश के खिलाफ झूठे और दुर्भावनापूर्ण प्रचार किया है। इनके देश में आतंकवादी खुले घूमते हैं। यहां आम लोगों, खासकर अल्पसंख्यक समुदायों के लोगों का जीवन मुश्किल हो गया है।'
#WATCH | Counsellor/Legal Adviser at India's Permanent Mission to the UN Dr Kajal Bhat in a strong response slamming Pakistan for again raking up the Kashmir issue at the UNSC pic.twitter.com/AmbBMFTIU1
— ANI (@ANI) November 16, 2021
काजल भट ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत ने कश्मीर मुद्दे को उठाने के लिए इस्लामाबाद की खिंचाई की और पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर के सभी क्षेत्रों को तुरंत खाली करने के लिए कहा। उन्होंने कहा- हालांकि, कोई भी सार्थक बातचीत आतंक, शत्रुता और हिंसा से मुक्त माहौल में ही हो सकती है। इस तरह के अनुकूल माहौल बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान पर है. तब तक भारत सीमा पार से आतंकवाद का जवाब देने के लिए दृढ़ और निर्णायक कदम उठाता रहेगा। पूरा केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हमेशा भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा थे, इसमें वे क्षेत्र शामिल हैं जो पाक के अवैध कब्जे में हैं। हम पाकिस्तान से अपने अवैध कब्जे वाले सभी क्षेत्रों को तुरंत खाली करने का आह्वान करते हैं।'