उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के सदस्य और पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी इन दिनों लगातार चर्चा में बने हुए हैं। उनके खिलाफ हैदराबाद में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमी (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। उनके खिलाफ यह शिकायत पैगंबर मोहम्मद पर अपनी किताब 'मुहम्मद' में आपत्तिजनक बयानों का इस्तेमाल करने के आरोप में दर्ज कराई गई है।
ओवैसी ने कहा कि, हम हैदराबाद पुलिस आयुक्त से मिले। उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने एक किताब लिखी है, जिसमें पैगंबर मैहम्मद पर आपत्तिजनक बयान हैं। हमने अनुरोध किया कि उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। आयुक्त ने हमें एक आपराधिक मामले का आश्वासन दिया। हमें उम्मीद है कि उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
एआईएमआईएम प्रमुख ने हैदराबाद के पुलिस आयुक्त अंजनी कुमार को पत्र सौंपा था। ओवैसी ने एक बयान में कहा, यह आपके ध्यान में हाल ही में उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिज़वी द्वारा लिखित पुस्तक की ओर ले जाना है। हिंदी में लिखी गई पुस्तक पैगंबर मोहम्मद को बदनाम करती है। इस्लाम धर्म और पैगंबर के अनुयायियों के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का उपयोग करती है। इसके आगे कहा कि, उनके बयानों को भारत के मुसलमानों के खिलाफ दुश्मनी की भावना पैदा करने के लिए भी टारगेट किया जाता है, जिसके परिणामस्वरूप शांति भंग होने का खतरा हो सकता है।
बयान में कहा गया है कि, मैं अनुरोध करता हूं कि रिजवी और उनके सहयोगियों के खिलाफ कार्रावई की जाए। भारतीय दंड की धारा 153ए, 153बी, 295ए, 504 और 505(1)(सी) के तहत कार्रवाई की जाए।
बताते चलें कि, अभी हाल ही में वसीम रिजवी ने अपने हत्या को लेकर अपनी वसीयत बनाई थी जिसमें उन्होंने कहा कि, अगर उनकी हत्या होती है तो उनको कब्रिस्तान में दफन न किया जाए बल्कि श्मशान घाट पर जलाया जाए। रिजवी ने मरणोपरांत अपने शव के अंतिम संस्कार का अधिकार जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर नरसिंहानंद गिरि को दिया है।