बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा अवदाब च्रक्रवात 'जवाद' में तब्दील हो गया है और इसके रविवार को ओडिशा में पुरी के पास पहुंचने की संभावना है। भारत मौस विज्ञान विभा (IMD) की ओर ये यह जानकारी दी गई है। मौसम विभाग जब से डाटा रखना शुरू किया है तब से दिसंबर में ज्यादा साइक्लेन नहीं आया है। दिसंबर में आखिरी बार 130 साल पहले 1891 में साइक्लोन ओडिशा के तट से टकराया था। और इसके बाद यह रिकॉर्ड नहीं किया गया।
मौसम विभाग का कहना है कि इस चक्रवात से जो इलाके सर्वाधिक प्रभावित होंगे, उनमें उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम जिले तथा ओडिशा के गजपति, गंजाम, पुरी, नयागढ़, खुर्दा, कटक, जगतसिंहपुर और केंद्रपाड़ा जिले शामिल हैं। जवाद की वजह से आज ओडिशा से लेकर आंध्र प्रदेश के इलाकों में बारिश होगी।
आंध्र प्रदेश सरकार ने स्कूलों और सामुदायिक हॉलों में 197 राहत शिविर स्थापिए किए हैं। ग्राम सचिव और जिला कलेक्ट्रेट रातभर कार्य करेंगे। दो हेलिकॉप्टर को स्टैंडबाय पर रखा गया है। ओडिशा में साइक्लोन को देखते हुए बड़े स्तर पर तैयारी की गई है। ओडिशा में साइक्लोन को देखते हुए 19 जिलों में स्कूल और जन शिक्षा विभाग से संबद्ध सभी सरकारी, सहायता प्राप्त तथा निजी स्कूल आज बंद रहेंगे। इसके साथ ही राष्ट्रीय आपदा राहत बल (NDRF) की 11 टीमों को और राज्य आपदा राहत बल (SDRF) की 5 टीमें और तटरक्षत बल की 6 टीमों की तैनाती की गई ह।