कश्मीर को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान दावा करते आए है कि वहां के लोग पाकिस्तान को चाहते है। लेकिन इन दावों की हवा तब निकल गई जब पाकिस्तान की आवाम ही हिंदुस्तान की दिवानी निकली। पाकिस्तान के 70फीसदी आवाम भारत की नागरिकता चाहते हैं। इसका खुलासा, लोक सभा में गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय ने किया है। उन्होंने आकंड़ों का हवाला देते हुए बताया कि 7,306 लोगों ने 14 दिसंबर 2021को भारत की नागरिकता के लिए आवेदन किया है।
आपको बता दें कि तय समय तक भारतीय नागरिकता के लिए प्राप्त 10,635 आवेदनों में से लगभग 70 प्रतिशत पाकिस्तानी नागरिक हैं। गृह राज्य मंत्री ने यह भी बताया कि अफगानिस्तान, श्रीलंका, संयुक्त राज्य अमेरिका, नेपाल और बांग्लादेश सहित अन्य देशों से भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन लंबित हैं।
अफगानिस्तान- 1,152 आवेदन
नेपाल- 189 आवेदन
बांग्लादेश- 161 आवेदन
चीन- 10 आवेदन
अमेरिका और श्रीलंका- 223 आवेदन
अफगानिस्तान के 1,152 आवेदन हैं, नेपाल के 189, बांग्लादेश के 161, चीन के 10, अमेरिका और श्रीलंका के 223 आवेदन लंबित हैं। जिन्होने भारत की नागरिकता लेने के लिए आवेदन किया है। आपको बता दें कि केंद्र ने 2018 और 2021 के बीच इन पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यक समूहों से भारतीय नागरिकता के लिए 8,244 आवेदन प्राप्त किए हैं और उनमें से 3,117 को नागरिकता दी है। पिछले सात सालों में 30 सितंबर 2021 तक 8.5 लाख से अधिक भारतीय नागरिकों ने अपनी नागरिकता छोड़ दी। इस साल 20 सितंबर तक 1,11,287 व्यक्तियों ने अपनी भारतीय नागरिकता छोड़ दी।
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