पाकिस्तान की आवाम इस वक्त महंगाई की मार झेल रही है। पाकिस्तान की हालत इतनी बुरी है कि यहां पर खाने वाले रासन के दामों में इतनी वृद्धी हुई है कि दाम सुन होश उड़ जाएंगे। यहां पर आटा 200 रुपए किलो के पार चल रहा है। खाने के तेल के दाम तो 400 रुपए लिटर तक पहुंच चुका है। इसके साथ ही अब पेट्रेल के दाम भी आसमान छूने लगे हैं और मुल्क में इस वक्त पेट्रोल का दाम 150 रुपए के पार जाने वाला है। जिसके बाद जनता अपन नए प्रधानमंत्री की तलाश कर रही है जिसके हाथों में देश सही ढंग से चल सके।
पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार वित्तीय संकट के बीच पेट्रोल की कीमत 150 रुपये प्रति लीटर को पार करने की उम्मीद है। पाकिस्तानी मीडिया न्यूज इंटरनेशनल ने सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1 फरवरी से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में क्रमश: 6 रुपये और 5 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है। उसने यह भी कहा कि अगर सरकार अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की बढ़ती कीमतों का बोझ उपभोक्ताओं पर डालने का फैसला करती है, तो 16 फरवरी से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 13 रुपये और 18 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो सकती है।
द न्यूज इंटरनेशनल के अनुसार, फिलहाल पाकिस्तान में पेट्रोल के दाम 147.83 रुपये प्रति लीटर, हाई-स्पीड डीजल (HSD) 144.62 रुपये और हल्का डीजल तेल (LDO) 114.54 रुपये प्रति लीटर है। इससे पहले देश के वित्त मंत्री शौकत तारिन ने पेट्रोलियम की कीमतों में उछाल का संकेत देते हुए कहा था कि पाकिस्ता में इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार ईंधन की दरों को कृत्रिम रूप से कम नहीं रख सकती है। अब अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में इजाफा हुआ तो पाकिस्तान सरकार भी लोगों की जेब पर कैंची चलाएगी।
बता दें कि, बढ़ती महंगाई को लेकर इरमान खान विपक्ष के निशाने पर है और विपक्ष लगातार प्रधानमंत्री से इस्तीफे की मांग कर रही है। विपक्षी गठबंधन पाकिस्तान दिवस के अवसर पर 23 मार्च को इस्लामाबाद तक 'मुद्रास्फीति विरोधी' लंबा मार्च आयोजित करेगा। पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) ने पहले ही 23 मार्च को बढ़ती महंगाई के विरोध में इस्लामाबाद के लिए एक लंबा मार्च निकालने का आह्वान किया था, हालांकि, आंतरिक मंत्री शेख राशिद अहमद ने विपक्ष से आग्रह किया कि वह या तो लंबे मार्च को चार दिनों के लिए स्थगित कर दें या रोक न दें।