रूस औऱ यूक्रेन के बीच युद्ध और लगातार बिगड़ती स्थिति को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र ने एक आपातकाल बैठक बुलाई। इस बैठक में भारत ने रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत के जरिए हल निकालने की बात का समर्थन किया। संयुक्त राष्ट्र महासभा में इस मामले पर चर्चा को लेकर प्रस्ताव पेश किया गया जिसमें 15 सदस्यों में से 11 ने इसके समर्थन में वोट किया। वहीं भारत ने वोटिंग से खुद को अलग कर लिया। भारत के अलावा चीन और यूएई ने भी वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया, वहीं रूस ने इस प्रस्ताव के विरोध में वोट किया। बता दें कि 1950 के बाद यह 11वीं इस तरह की आपातकाल बैठक बुलाई गई है।
वोटिंग से खुद को अलग करने के कारण यूक्रेन भारतीयों को अपना निशाना बना रहा है और उनसके साथ बदसलूकी कर रहा है। यूक्रेन में मौजूद भारतीय छात्रों ने पीएम मोदी से मदद की गुहार लगाई है। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी ने बुलाई उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। जिसमें फैसला किया गया है कि भारतीयों की वतन वापसी के लिए 4 केंद्रीय मंत्री यूक्रेन के पड़ोसी देश जाएंगे। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरदीप सिंह पुरी, जनरल वीके सिंह और किरेन रिजिजू यूक्रेन के पड़ोसी देश जाएंगे।
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि यूक्रेन की सीमा क्रॉस करने जा रहे भारतीय छात्रों के साथ बदसलूकी की गई। राहुल गांधी ने इस वीडियो को शेयर करते हुआ कहा कि सरकार को इन छात्रों की परेशानी सुननी चाहिए और उन्हें इस संकट से बाहर निकालना चाहिए।
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रूसी सैनिकों और यूक्रेनी सैनिकों के बीच जंग का मैदान किसी विश्व युद्ध से कम नहीं है। पहले जहां यूक्रेन की सेना रूसी सैनिकों के आगे कमतर नजर आ रही थी लेकिन अब यूक्रेन के सैनिक रूसी सैनिकों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। खारकीव के गवर्नर ने दावा किया है कि खारकीव में यूक्रेनियों ने रूसी सैनिकों को खदेड़ दिया और कब्जा कर लिया है। ऐसे में अब बड़ी खबर सामने आई है। रूसी मीडिया की मानें तो राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी न्यूक्लियर डेटरेंट फोर्स को अलर्ट पर रहने को कहा है। रूस की सबसे बड़ी ताकत परमाणु हथियार समझी जाती है।