यूक्रेन पर रूसी हमले का आज पांचवां दिन है। रविवार को यूक्रेन पर चारों तरफ से रूसी हमले को तेज कर दिया गया था। भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में रूस के खिलाफ वोटिंग से परहेज कर रहा है। ऐसे में यूक्रेन में फंसे कुछ भारतीय छात्रों ने बताया कि पोलैंड के साथ यूक्रेन के बॉर्डर पर उनके साथ अभद्रता की गई। चिलचिलाती ठंड में उन्हें रखा गया और खाने-पीने या रहने की जगह भी नहीं दी गई। ऐसा इसलिए क्योंकि भारत की तरफ से सुरक्षा परिषद में रूस का विरोध नहीं किया जा रहा है।
यूक्रेन सेना के जनरल स्टाफ ने बताया कि रूसी सेना ने हमारे देश के ऊपर लगभग हर तरफ से बमबारी की है। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से बात की है। इस बातचीत में उन्होंने बताया है कि यूक्रेन के लिए अगला 24 घंटा बेहत चुनौतीपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हम पूरे देश में दृढ़ता के साथ रूसी सेना से मुकाबला कर रहे हैं। देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के बाद बुडापेस्ट और बुखारेस्ट से उड़ानों का परिचालन करेगी।
विमानन कंपनी के एक अधिकारी ने अनुसार, फिलहाल कंपनी ने बुडापेस्ट (हंगरी) और बुखारेस्ट (रोमानिया) से एक-एक उड़ानों के परिचालन का फैसला लिया है। दोनों उड़ानें इस्तांबुल के रास्ते परिचालित होंगी। इससे पहले कंपनी ने बुडापेस्ट से दो उड़ानों के परिचालन की बात कही थी। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि यात्रा कार्यक्रम में बदलाव हुआ है और अब सोमवार को इस्तांबुल से बुडापेस्ट के लिए एक विमान उड़ान भरेगा जो मंगलवार को दिल्ली लौटेगा।
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