रूस-यूक्रेन के बीच शांति वार्ता फेल हो चुकी है। बेलारूस के बॉर्डर आयोजित इस बैठक से दुनिया को बहुत उम्मीद थीं। इस बैठक के फेल होने के बाद रूस-यूक्रेन की जंग अब एटोमिक जंग में तब्दील होती नजर आ रही है। रूसी राष्ट्रपति ने अपने रक्षामंत्री और सेना अध्यक्ष को एटोमिक वेपन लेजाने वाले फाइटर जेट की तैनाती के निर्देश जारी कर दिए हैं। इसी बीच खबर यह भी है कि रूसी सेनाओं ने कीव को चारों ओर से घेर लिया गया है। हर रोज की तरह आज भी यह खबर आ रही है कि रूसी सेनाएं कीव पर कब्जा कर सकती हैं।
यूक्रेन ने इस जंग के साथ रूस को मनोवैज्ञानिक युद्ध में भी फंसा लिया है। यूक्रेन की ओर हर रोज नए वीडियो जारी किए जा रहे हैं कि रूसी सैनिक हजारों की संख्या में मारे जा रहे हैं। रूस की हजारों बख्तर बंद गाडियों और टैंकों को ध्वस्त कर दिया गया है। हालांकि इन दावों की पुष्टि का कोई साधन उपलब्ध नहीं है। रूस की न्यूज वेबसाइट आरटी डॉट कॉम पर रोक लगा दी गई है। इसी लिए रूस की ओर से कोई समाचार नहीं मिल रहा है। जो कुछ भी सूचनाएं और जानकारी मिल रही हैं वो सभी यूक्रेन की ओर से हैं। इसलिए उन पर भरोसा करना संभव नहीं है।
भारतीय समय के अनुसार रात 12 बजे के आस-पास रूस की सैनिकों ने कीव को चारों ओर से घेर लिया है। किसी को भी कीव से बाहर निकलने पर पाबंदी लगी हुई है। कीव में पानी-बिजली गैस की कमी होने लगी है। कीव के मेयर विलाटी क्लिट्स ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा है कि अब संकट ज्यादा गहरा हो गया है। कीव की सेना ने रूस को रोकने के लिए ह्युमन शील्ड बनाना शुरू कर दिया है। यूक्रेन की फौज ने सिविलियन इलाकों में भी मोर्चाबंदी शुरु कर दी है। यूक्रेन ने हार की स्थिति को देखते हुए रूस को नरसंहार के आरोप में घेरने की रणनीति बनाई है। जेलेंसकी उस कहावत पर चल रहे हैं कि हम तो डूबेंगे ही सनम रूस आपको भी ले डूबेंगे।
आखिरी तौर पर यूक्रेन को रूस की ओर से सरैंडर करने का अल्टीमेटम दे दिया है। इसी के साथ चेचन लड़ाकों की एंट्री यूक्रेन में हो चुकी है। चेचन फोर्सस को बर्बर फोर्स माना जाता है। अगर ये लोग कीव पहुंच गए तो हालात यूक्रेन के हालात बेहद चिंता जनक हो जाएंगे।