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Russia ने कहा- PM Modi ना लें टेंशन! बॉर्डर पर खड़ी हैं हमारी बसें, आपके बच्चे सुरक्षित लौटेंगे वतन

UN में रूस ने कहा भारतीय छात्रों को आंच तक नहीं आने देंगे

रूस और यूक्रेन के बीच जंग का आज 10वां दिन है और रूसी सेना लगातार यूक्रेन के शहरों पर कब्जा जमाते जा रही है। बदले में यूक्रेनी सेना भी अपनी पूरी ताकत के साथ जंग लड़ रहे हैं लेकिन, इस वक्त रूसी सेना इनपर भारी पड़ी हुई है। इस बीच भारत सरकार लगातार अपने नागरिकों को वहां से निकालने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही है। इसके लिए ऑपेशन गंगा की शुरुआत की गई है और भारत के चार शिर्श नेताओं को यूक्रेन से लगती सीमा पर भारतीय नागरिकों की निकासी के लिए लगाया गया है। इस बीच रूस ने संयुक्त सुरक्षा परिषद को सूचित किया है कि पूर्वी यूक्रेन के खार्किव और सुमी शहरों में उनकी सैन्य कार्रावाई की वजह से फंसे भारतीय छात्रों और अन्य विदेशियों को निकलाने के लिए उनकी बसें सीमा पर तैयार खड़ी हैं। रूस ने कहा है कि हम सभी भारतीयों को सुरक्षित निकालेंगे।

यूक्रेन के जेपोरिजजिया स्थित यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर हमले के बाद अल्बानिया, फ्रांस, आयरलैंड, नार्वे, ब्रिटेन और अमेरिका की मांग पर शुक्रवार को सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई गई थी। बैठक के दौरान रूस के स्थायी प्रतिनिधि और संयुक्त राष्ट्र में राजदूत वैसली नेबेनजिया ने कहा कि रूसी सैनिक यूक्रेन में फंसे विदेशी नागरिकों की शांतिपूर्ण तरीके से निकासी सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव कार्य कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि यूक्रेनी राष्ट्रवादियों ने 'जबरन' पूर्वी यूक्रेन के खार्किव और सुमी शहरों में 3700भारतीय छात्रों को रखा है।

उन्होंने कहा कि, आतंकवादी आम लोगों को शहर छोड़ने नहीं दे रहे हैं। इसका असर यूक्रेन के लोगों पर ही नहीं बल्कि विदेशियों पर भी पड़ रहा है। कई विदेशियों को यूक्रेनी नागरिकों द्वारा जबरन रखना स्तब्ध करने वाला है। खार्किव में 3,189भारतीय, 2700वियतनामी और, 202चीनी नागरिक मौजूद हैं। इसी प्रकार सुमी में 507भारतीय, 101घाना के नागरिक और 121चीन के नागरिक हैं।

इसके आगे उन्होंने कहा कि, रूस के बेलगोरोद इलाके में 130 आरामदायक बसें आज सुबह छह बजे से ही नेखोतीवका और सुदजा सीमा चौकी पर खार्किव और सुमी जाने और भारतीय छात्रों एवं अन्य विदेशियों को निकलाने के लिए खड़ी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि, यहां पर अस्थायी निवास, आराम करने की सुविधा और गर्म खाने की व्यवस्था की गई है और साथ ही दवाओं के साथ सचल चिकित्सा केंद्र भी स्थापित किया गया है। हालांकि, भारतीय छात्रों को यूक्रेन द्वारा बंधक बनाए जाने की खबर पर नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि, भारत के किसी विद्यार्थी को बंधक बानए जाने की खबर नहीं मिली है।