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इंडियन फ्लाइट IC 108 को हाईजैक करने वाला आतंकी जहूर मिस्त्री कराची में मारा गया! Pak PM इमरान खान गुस्से से आग-बबूला

kandahar hijack में शामिल आतंकि जहूर मिस्त्री की Pakistan के कराची में हत्या

दुनिया के जितने भी बड़े-बड़े आतंकि हैं अगर उनका नाम लिया जाए तो इन सबका जन्मदाता पाकिस्तान ही है। पाकिस्तान ने न जाने कितने आतंकियों को जन्म दिया औ न जाने कब तक इन्हें पनाह देता रहा है। कराची में पाकिस्तान के कई मोस्ट वांटेड टेररिस्ट खुलेआम घुमते हैं। लेकिन, इनके वहां होने से पाकिस्तान हमेसा नकारता रहा है। चाहे मसूज अजहर हो, अहमद ओमर सईदशेख या फिर क्यों न दाउद हो। ये सारे पाकिस्तान की सड़कों न पर न सिर्फ खुलआम घुमते हैं बल्कि सत्ता में भी इनका खासा बोलबाला होता है। अब एक बड़ी खबर आ रही है कि, पाकिस्तान का एक बड़ा आतंकि मार दिया गया है। जिसके बाद से पाकिस्तान सरकार में हलचल मच गई है।

दरअसल, दिसंबर 1999 में IC-814 हाइजेकिंग (IC-814Plane Hijacking) के पांच अपहरणकर्ताओं में से एक जहुर मिस्त्री उर्फ जाहिद अखुंद की हत्या कर दी गई है। जाहिद की हत्या एक मार्च को पाकिस्तान के कराची में की गई। पाकिस्तान में मौजूद कई खुफिया सूत्रों ने इसकी पुष्टी की है। जहुर मिस्त्री पिछले कई सालों से जाहिद अखउंद की नई पहचान के साथ कराची में रह रहा था।

न्यूज 9 के सूत्रों के हवाले से बताया है कि मिस्त्री कई सालों से फर्जी पहचान के तहत कराची में रह रहा था। वह कराची के अख्तर कॉलोनी में फर्नीचर का काम कर रहा था। रिपोर्ट्स के मुताबिक कई आतंकियों ने उसकी अंतिम यात्रा में हिस्सा लिया है। जियो टीवी ने इस रिपोर्ट की पुष्टि की है। पाकिस्तानी न्यूज नेटवर्क के एक निर्माता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया है कि हमारे पास हत्या की पुष्टि है लेकिन किसी अजीब कारण से मामले के बारे में रिपोर्ट नहीं करने के लिए कहा गया है।

IC-814 अपहरण

बता दें कि, 24 दिसंबर 1999 को इंडियान एयरलाइंस के विमान IC-814 को नेपाल की राजधानी काठमांडू से अपहरणकर्ताओं द्वारा कब्जे में ले लिया गया था। दिल्ली जाने वाली इस विमान को आतंकी अफगानिस्तान के कंधार ले गए। उस वक्त अफगानिस्तान में तालिबान का राज था। कंधार में प्लेन लैंड होने से पहले अमृतसर, लाहौर और दुबई भी पहुंचा था। इसी दौरान भारत सरकार अपने सभी नागरिकों को सुरक्षित लाने के लिए मसूद अजहर, अहमद ओमर सईद शेख और मुश्ताक अहमद जरगर जैसे आतंकियों को रिहा करने के लिए मजबूर होना पड़ा था। इस दौरान हादसे में एक यात्री की मौत हो गई थी और सभी 170 लोग सुरक्षित थे।