पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अविश्वास प्रस्ताव से पहले इस्लामाबाद में शक्ति प्रदर्शन किया। इमरान खान ने एक विशाल रैली बुलाई जिसमें बड़ी संख्या में समर्थक जमा हुए। इस रैली को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि मैंने पाकिस्तान की बेहतरी के लिए सियासत में कदम रखा था। इस दौरान इमरान खान ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई और विपक्ष पर निशाना साधा। इमरान ने कहा कि चाहे उनकी जान या सरकार चली जाए, वह भ्रष्ट नेताओं को कभी माफ नहीं करेंगे। वहीं सियासी समीकरण की बात करें तो इमरान सरकार का बचना मुश्किल बताया जा रहा है।
पूर्व पीएम नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और बिलावल भुट्टो जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के तीन बड़े नेताओं पर हमला बोलते हुए इमरान ने कहा कि ये तीन चूहे देश को पिछले तीन दशक से लूट रहे हैं। ये तीनों पहले दिन से ही उनकी सरकार को अस्थिर करने की कोशिशों में भी लगे हैं। इमरान ने कहा कि राष्ट्रीय सुलह अध्यादेश (एनआरओ) के जरिये ये तीनों चूहे एक-दूसरे को बचाते हैं। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ पर हमला बोलते हुए कहा कि पूर्व सैन्य तानाशाह ने अपनी सरकार बचाने के लिए विपक्ष के सामने घुटने टेक दिए उन्हें एनआरओ सौंप दिया। मुशर्रफ ने एनआरओ के जरिये देश को उथल-पुथल कर दिया।
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इमरान ने कहा कि विपक्षी दल भ्रष्टाचार में लिप्त नेताओं और राजनीतिक कार्यकर्ताओं के लिए माफी की मांग करते हैं। परंतु, भले ही उनकी सरकार चली जाए या फिर उनकी जान ही क्यों न चली जाए, वो न तो किसी के सामने झुकेंगे और न ही किसी भ्रष्ट को माफ करेंगे। अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसान (पीटीआइ) के सांसदों की प्रशंसा करते हुए इमरान ने कहा कि इन नेताओं ने उनकी सरकार के खिलाफ मतदान करने के लिए विपक्षी की तरफ से घूस की पेशकश ठुकरा दी। विपक्षी दलों ने उन्हें भी ब्लैकमेल करने की कोशिश की।