पाकिस्तान में सियासी संकट लगातार बढ़ता जा रहा है। पीएम इमरान खान की पार्टी को सहयोग कर ही बड़ी सियासी पार्टी एमक्यूएम ने जोर का झटका दे दिया है। एमक्यूएम के 2 कैबिनेट मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। इस तरह इमरान खान की पार्टी पर संकट और बढ़ गया है। सियासी हल्को मे कहा जा रहा है कि इमरान खान ने कुर्सी बचाने के लिए दौड़ तो बहुत लगाई लेकिन रन आउट हो चुके हैं। लेकिन कैबिनेट के एक और मंत्री फबाद चौधरी ने कहा है कि इमरान अभी रन आउट नहीं हुए हैं वो आखिरी बॉल तक खेलेंगे। पाकिस्तान के गृहमंत्री शेख रशीद ने कहा है कि मौजूदा मुल्क के मौजूदा हालातों के मद्देनजर बुधवार की शाम पीएम इमरान खान मुल्क की आवाम को खिताब करेंगे।
दो दिन पहले भी इमरान खान ने इस्लामाबाद में एक जलसे को खिताब करते हुए ताकत का एहसास कराया था। इस जलसे में इमरान खान ने एक अपने पॉकेट से एक खत निकाल कर लहराया था और कहा कि इस खत में उनकी हुकूमत को धमकी देने का सबूत है। उनकी सरकार को गिराने की साजिश की जा रही है। यह साजिश बाहरी मुल्क में बैठे लोग कर रहे हैं। हालांकि इस खत में उन्होंने भारत या इजरायल का नाम नहीं लिया बल्कि यह कहा कि यह साजिश दोस्त मुल्क में रची जा रही है। वहां से एमएनए को खरीद फरोख्त के लिए पैसे पहुंचा रहे हैं।
इमरान खान ने नाम लिए बिना आर्मी पर भी आरोप डेमोक्रेसी को गुलाम बनाने का आरोप लगाया था। उन्होंने जलसे में आए लोगों से कई बार पूछा था कि क्या वो इस गुलामी से निजात पाना चाहेंगे? इमरान खान ने अपनी सरकार बचाने के आखिरी कोशिशों के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार से इस्तीफा लेकर पीएमएल-क्यू के परवेज इलाही को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाने का ऐलान कर दिया था।इमरान खान ने यह सौदा अपनी सरकार बचाने के लिए किया था। मतलब यह है कि इमरान खान ने अपनी सरकार बचाने के लिए उस्मान बुजदार को शहीद बना दिया।
खबरें आ रही हैं कि एमक्यूएम के समर्थन वापसी के बाद इमरान खान ने कैबिनेट के मंत्रियों के साथ पाकिस्तान के 10 शीर्ष पत्रकारों से राय मशविरा के लिए बुलाया था। कैबिनेट की बैठक शुरू होते ही पाकिस्तान के कुछ मंत्रियों ने साजिश वाली चिट्ठी पर गलत बयानी का आरोप ही इमरान खान पर मढ़ दिया। हालांकि आगे क्या हुआ ये सामने नहीं आया है। पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से यह कहा जा रहा है कि इमरान खान पाकिस्तान के उन 10 पत्रकारों के सामने उस चिट्ठी को रख सकते हैं जिसमें किसी साजिश का जिक्र है।
पाकिस्तान में इस बात को लेकर बहस छिड़ी हुई है कि शाम को इमरान मुल्क के नाम खिताब में इस्तीफे का ऐलान कर सकते हैं तो कुछ लोग कह रहे हैं कि इमरान खान इस्तीफा नहीं देंगे बल्कि चुनावी माहौल बनाने की कोशिश करेंगे और अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले इस्तीफा नहीं देंगे।