महिलाओं को लेकर लोगों की धारणा आज भी कुछ-कुछ पहले ही जैसी है, आज भी हमें राह चलते खबरों या अपने आस-पास ऐसी महिलाएं मिल जाएंगी जो अपने हक के लिए लड़ रही हैं। पूरी दुनिया ने कई जंगे देखी हैं, लेकिन महिलाओं की बात करें तो ये इस धरती के उत्थान से ही अपने हक के लिए लड़ाई लड़ रही हैं। यह कहते हुए बड़ा अच्छा लगता है कि हम महिलाओं के हक की बात कर रहे हैं लेकिन जब इसपर अमल करने की बात आती है तो यहां खरा सोना भी खोटा हो जाता है। ये बात सिर्फ भारत की ही नहीं है बल्कि दुनियाभर की महिलाओं की है जहां, आज भी ये अपने हक की जंग लड़ रही हैं। दुनियाभर में विकास तो तेजी से हुआ लेकिन महिलाओं के प्रति सम्मान और हक की लोगों के बीच दिमागी हालत अब भी कहीं न कहीं इसमें पूर्ण नहीं है।
कई महिलाएं हैं जो समाज के उत्थान के लिए पूरे जी-जान से लगी हुई हैं और कईयों ने तो अपना जीवन ही इसमें लगा दिया। आज पुरुषों से महिलाएं कंधे से कंधा मिला रही हैं, रण में खड़ी कंधों पर बंदूक टांगे दुश्मन के इरादे को खाक में मिलाने के लिए तैनात हैं तो, कई पायलट के रूप में आसमां में ऊंची उड़ान भर रही हैं। दफ्तरों में कमान संभालने से लेकर राज्य और यहां तक कि देश तक की भार अपने कंधों पर लिए रात दिन तैनात हैं। लगभग हर एक क्षेत्र में आज महिलाएं ये साबित कर रही हैं कि आगे आने वाली पीढ़ी अपने हक की लड़ाई के लिए जरा भी न सोचे। आईए जानते हैं उन महिलाओं के बारे में जो आज न सिर्फ अपने देश के लिए बल्कि पूरी दुनिया की औरतों के लिए प्रेरणादाई हैं।
निर्मला सीतारमण
शुरुआत हम भारत से ही करते हैं। वैसे तो यहां कई ऐसी महिलाएं मिल जाएंगी जिनके बारे में जितना लिखा जाए शब्द कम पड़ जाएंगे। लेकिन हम बात करेंगे निर्मला सीतारमण के बारे में, जो इस वक्त भारत की वित्त मंत्री और देश की सबसे शक्तिशाली और दुनिया की सबसे प्रसिद्ध महिलाओं की सूची में शामिल हैं। यहां तक की उनका नाम 2021 की फोर्ब्स की सूची में भी है। वित्त मंत्रालय से पहले सीतारमण के कंधे पर रक्षा मंत्रालय का भार था। वो भारत की रक्षा मंत्री भी रह चुकी हैं।
जैसिंडा अर्डर्न
जैसिंडा अर्डर्न का नाम सुर्खियों में तब आया जब पूरी दुनिया में कोरोना का कोहराम मचा हुआ था। जैसिंडा अर्डर्न न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री हैं और राजनीति में आने से पहले वो प्रधानमंत्री होलेन क्लार्क के कार्यालय में एक शोधकर्ता के तौर पर काम भी कर चुकी हैं। इसके बाद वो ब्रिटेन के प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर की नीति सलाहकार भी रहीं। राजनीति में उन्होंने पहली बार 2008 में संसद के रूप में कदम रखा। इसके बाद 2017 में उन्होंने देश के प्रधानमंत्री की शपथ ली। देश में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए उन्होंने जिस तरह से काम किया उसे लेकर पूरी दुनिया में चर्चा में बनी रही, यहां तक कि जैसिंडा ने कोविड 19 के कारण अपनी शादी तक रद्द कर दी थी।
साई इंग वेन
इन दिनों ताइवान चर्चा में है क्योंकि, चीन लगातार यहां घुसपैठ कर रहा है और साथ ही इसपर कब्जा करने की फिराक में है। लेकिन चीन जैसे बड़े देश के सामने साई इंग वेन एक दिवार बनकर खड़ी हैं। साई इंग वेन ताइवान की पहली महिला राष्ट्रपति हैं और उन्होंने साल 2020 में इस पद की शपथ ली। इसके साथ ही ये दुनिया की सशक्त महिलाओं में से एक हैं। किसी राजनीतिक परिवार से ताल्लुक न रखने वाली साई एशियाई देशों की पहली महिला राष्ट्रअध्क्ष हैं। साल 2016 में राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें प्रचंड बहुमत मिली। इसके बाद 2020 में उन्हें दोबारा प्रचंड बहुमत मिली।
मेलिंडा गेट्स
मेलिंडा गेट्स दुनिया के अमिर बिल गेट्स की पूर्व पत्नी हैं, जो अमेरिकी व्यवसायी महिला और समाजसेविका हैं। मेलिंडा गेट्स का नम फोर्ब्स 2021 की सशक्त महिलाओं की लिस्ट में भी शामिल है। पति गेट्स के सात मेलिंडा ने कई क्षेत्रों में अपना अहम योगदान दिया है। उन्होंने स्वस्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए काफी काम किया है। मेलिंडा गेट्स पूर्व कंप्यूटर साइंटिस्ट और माक्रोसॉफ्ट की जनरल मैनेजर रही हैं।
कमला हैरिस
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रेंप के बाद जब जो बाइडन US राष्ट्रपति बनकर आए तो उस दौरान उनके साथ कमला हैरिस का भी नाम खूब चर्चा में रहा। दुनियाभर की दमदार महिलाओं की सूची में शामिल कमला हैरिस भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक हैं और इस वक्त वो US उपराष्ट्रपति की जिम्मेदारी लेकर चल रही हैं। उनकी मां श्यामा गोपालन हैरिस चेन्नई की थीं और वो एक कैंसर शोधकर्ता भी थी। हालांकि, 2009 में उनका निधन हो गया। उपराष्ट्रपति बनने वाली कमला हैरिस पहली एशियाई अमेरिकी महिला हैं।