पाकिस्तान की राजनीति में इस वक्त भूचाल आया हुआ है। देश, विपक्षा और पाकिस्तान की आर्मी मिलकर इमरान खान को सत्ता से बाहर निकलाने की कोशिश कर रही है। अपनी सत्ता बचाने के लिए इमरान खान एक के बाद एक दाव चल रहे हैं। वो मुर्गा जलाने से लेकर टोन-टोटका तक कर रहे हैं। दूसरे देशों को फोन कर बचाने के लिए गुहार लगा रहे हैं। इस बीच उन्होंने एक नई दाव चली है।
अपनी कुर्सी बचाने के लिए इमरान खान ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की वोटिंग रोकने के लिए पाक के सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। याचिका में उस पत्र का हवाला दिया गया है जिसमें कथित तौर पर इमरान ने अपनी सरकार गिराने के पीछे विदेशी साजिश का उल्लेख किया था। खान की सरकार बचाने के लिए याचिकाकर्ता सैयद तारिक बदर ने पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। सुप्रीम कोर्ट में एक अर्जी दाखिल कर नेशनल असेंबली में प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ विश्वास मत को रोकने की मांग की गई है। पाकिस्तान की एआरवाई न्यूज के मुताबिक, याचिकाकर्ता ने इमरान खान के उस पत्र के संदर्भ का हवाला दिया है जिसमें कथित तौर पर उनकी सरकार को गिराने के लिए एक विदेशी साजिश की ओर इशारा किया गया था।
याचिकाकर्ता सैयद तारिक बदर ने शीर्ष अदालत से पत्र की जांच का आदेश देने की दुहाई दी है। इसमें कहा है कि, पत्र एक बेहद संवेदनशील और गंभीर मामला है और जब तक इस पत्र की जांच नहीं हो जाती, तब तक एसेंबली में वोट देने पर रोक लगनी चाहिए। इसके साथ ही यह भी कहा है कि, अदालत को देश की संप्रभुता और गरिमा के खिलाफ रातनीति दलों की भूमिका की जांच का भी आदेश देना चाहिए और इसमें शामिल पाए जाने वालों को दंडित किया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि प्रधान मंत्री इमरान खान ने एक रोज पहले दावा किया था कि उनकी सरकार को गिराने की एक विदेशी साजिश के सबूत मिले हैं। वहीं, गुरुवार को पाक संसद में इमरान खान की पार्टी पीटीआई और विपक्षी दलों के बीच बहस हो रही है। 3 अप्रैल को इस प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है। जिसके बाद पाकिस्तान की सत्ता पर बड़ा फैसला होगा की इमरान खान इसपर काबिज रहेंगे या फिर खदेड़ दिए जाएंगे।