Hindi News

indianarrative

Pakistan में फिर मार्शल लॉ! संसद में सियासी सर्कस, जम्हूरियत शर्मसार, कोर्ट के आदेश बाद भी अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग नहीं

पाकिस्तान में लगेगा मार्शल लॉ

पाकिस्तान में सियासी सर्कस लगातार जारी है। इमरान खान और उनकी पार्टी के लोग जम्हूरियत की इज्जत को तार-तार कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बहाल हुई संसद में स्पीकर असद कैसर सुबह शुरू हुए सत्र को खींचते हुए रात को 10 बजे तक ले गए। इसी बीच इमरान खान ने दो बड़ी चालें चलीं। पहली चाल यह कि सुप्रीम कोर्ट के सामने रिव्यू पिटीशन दायर कर दी और देर रात कैबिनेट की मीटिंग बुला ली।

इन सबके बीच ऐसा भी बताया जाता है कि शाम 7 बजे के आस-पास इमरान खान के बंगले बनिगाला और पीएमओ को आर्मी ने अपने कब्जे में ले लिया था। सेना की इस हरकत के बाद खबरें आई कि इमरान खान संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के पक्ष में तो नहीं हैं लेकिन वो इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं। इसके लिए भी इमरान खान की ओर से तीन शर्तें पेश की गई हैं। ध्यान रहे इमरान खान की ये शर्तें पाकिस्तानी मीडिया में घूम रही हैं। पीटीआई की ओर से इमरान खान की इन शर्तों पर कुछ नहीं कहा गया है।

नेशनल असेंबली का सत्र शनिवार को सुबह 10:30 बजे शुरू हुआ। तीन स्थगन के बाद सत्र इफ्तार के बाद शाम 7:30 बजे फिर शुरू हुआ। पहले उम्मीद जताई जा रही थी कि रात 8 बजे के बाद वोटिंग हो सकती है। लेकिन जियो न्यूज के मुताबिक स्पीकर असद कैसर ने सदस्यों को वोटिंग की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया कि स्पीकर ने अपने और इमरान खान के 30 साल पुराने रिश्तों का हवाला देते हुए कहा कि वह अविश्वास प्रस्ताव पर वोट डालने की मंजूरी नहीं दे सकते।

नेशनल असेंबली सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया कि सत्र रात 12 बजे तक चल सकता है। इमरान खान ने रात करीब 9 बजे कैबिनेट की बैठक बुलाई है। वहीं पीटीआई ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की है। पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर के मुताबिक सदन में बहुमत खो चुके इमरान खान अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के लिए तैयार है। लेकिन इमरान खान ने इसके लिए तीन शर्तें रखी हैं।

पहली- इमरान खान चाहते हैं कि शहबाज शरीफ के अलावा किसी और को पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनाया जाए, दूसरा- इस्तीफे के बाद इमरान खान और उनके कैबिनेट के खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज न किया जाए, तीसरा- देश में जल्द से जल्द चुनाव कराए जाएं। पाकिस्तानी पत्रकारों का दावा है कि पीएम ऑफिस के पास सेना की गाड़ियां देखी गई हैं। इसके वीडियो ट्विटर पर शेयर किए गए हैं।

पाकिस्तान के टीवी चैनलों पर इसी मुद्दे को लेकर चर्चाएं जारी हैं। अधिकांश मीडिया हस्तियों का कहना है कि इमरान खान सदन में वोटिंग नहीं कराएँगे। बल्कि रिव्यू पिटीशन पर कोर्ट के रुख का इंतजार करेंगे। वहीं पाकिस्तान के विपक्ष ने कहा है कि वो वोटिंग होने तक रात भर यहीं बैठे रहेंगे। और अगर आज की तारीख में वोटिंग नहीं हुई तो विपक्ष रात में ही कंटेम्प्ट ऑफ कोर्ट की अर्जी लेकर सुप्रीम कोर्ट के सामने जाएंगे।