पाकिस्तान इस वक्त कंगाली के राह पर है। विश्व बैंक का कब्जा बढ़ते जा रहा है। देश में महंगाई अपने चरम पर है। अर्थव्यवस्था चरमराई हुई है, इसके साथ ही राजनीति उठा-पठक भी जारी है। इमरान खान की सरकार किसी भी वक्त गिर सकती है। इस बीच इमरान खान जमकर बयानबाजी कर रहे हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि वो क्या बोलें जिससे उनकी सरकार बचा जाए और क्या करें। कभी भारत की साजिश बता रहे हैं तो कभी अमेरिका पर आरोप लगा रहे हैं। इमरान खान सत्ता से जाते-जाते पाकिस्तान को तबाह करने पर लगे हुए हैं।
इमरान खान ने कहा है कि, अगर विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ सत्ता संभालते हैं, तो वे अमेरिकी की गुलामी करेंगे। एक टीवी चैनल से बात करते हुए इमरान खान ने कहा कि शाहबाज शरीब अमेरिका के गुलाम होंगे। उन्होंने कल एक टीवी कार्यक्रम में कहा था कि भिखारी चयनकर्ता नहीं होते। इसका क्या मतलब है? इसका मतलब है यह है कि गरीब और भिखारी गुलाम हैं। उनसे (शाहबाज शरीफ) पूछिए की कौन पाकिस्तान को ऐसी स्थिति में लाया। सिर्फ इसलिए कि हम गरीब हैं, क्या हमें गुलाम होना चाहिए?
उधर विपक्ष का कहना है कि इमरान खान ने बहुमत खो दिया है। उनके कुछ सहयोगियों ने उन्हें छोड़ दिया है और अब शाहबाज शरीफ प्रधानमंत्री होंगे। इसपर शाहबाज पर हमला करते हुए इमरान खान ने कहा कि, उन पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। इस दौरान उन्होंने विदेशी ताकतों का जिक्र करते हुए विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को इसके साथ जोड़ा। खान ने कहा पत्र में लिखा गया है कि जैसे ही इमरान खान को हटाया जाएगा, हम आपको बख्श देंगे… उन सभी ने पहले से ही साजिश रची है थी कि जब इमरान खान को हटाया जाएगा तो शाहबाज शरीफ आएंगे, जिन पर करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार के आरोप हैं।