पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने पीएम इमरान खान को बड़ा झटका दिया है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आज नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है। लिहाजा इमरान खान के लिए अग्नि परीक्षा की घड़ी है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद और पाकिस्तान नेशनल असेंबली में अपने खिलाफ पेश होने वाले अविश्वास प्रस्ताव से कुछ घंटे पहले इमरान खान ने राष्ट्र के नाम संबोधन दिया। अपने संबोधन में इमरान खान ने कहा कि खुलेआम सांसदों की खरीद-फरोख्त हो रही है। इस दौरान इमरान ने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मायूस हैं लेकिन उन्हें कोर्ट का निर्णय मंजूर है।
इमरान खान ने कोर्ट से सवाल पूछते हुए कहा कि आखिर कोर्ट ने विदेशी साजिश की चिट्ठी क्यों नहीं देखी? उन्होंने कहा कि ये 22 करोड़ लोगों की तौहीन है। पाकिस्तान में जो हुआ वो प्लान के तहत हुआ है। पाकिस्तान के लोकतंत्र का खुलेआम मजाक बनकर रह गया है। इसके आगे उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि मैं किसी की कठपुतली नहीं बन सकता हूं। मेरा कोई चोरी का पैसा विदेशी बैंको में नहीं है। विपक्ष पैसों के लिए मुल्की की कुर्बानी देने को तैयार है। यही नहीं, इमरान ने अपने संबोधन में भारत की जमकर तारीफ की।
इमरान खान ने कहा कि हिंदुस्तान एक खुद्दार देश है। भारत की विदेश नीति स्वतंत्र है। भारत के खिलाफ किसी सुपरपावर की जरुरत नहीं है कि वो कुछ बोल दे। भारत रूस से तेल इम्पोर्ट कर रहा है लेकिन कोई उसे कुछ बोल नहीं सकता है। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पर भी इशारों-इशारों में निशाना साधा और कहा कि अमेरिका के डिप्लोमेट्स हमारे देश के लोगों से कुछ महीने पहले से मिल रहे हैं। हमारे लोगों ने बताया कि अमेरिका ने हमें बुलाया और कहा कि अविश्वास प्रस्ताव आने वाला है। ये पूरी स्क्रिप्ट चल रही थी। विपक्ष अपने मुल्क की हर कुर्बानी देने को तैयार हैं। विपक्ष को लगता था कि कहीं अमेरिका न नाराज हो, इसलिए वे ऐसा कर रहे हैं, उन्हें डर है कि रूस की तरह उनकी प्रॉपर्टी भी जब्त न हो जाए।