अमेरिका और चीन की दुश्मनी काफी लंबे समय से है और जब से रूस ने यूक्रेन पर हमला किया है तब से अमेरिका चीन को लगातार धमकी दे रहा है। अमेरिका ने दुनियाभर को धमकी दी है कि अगर कोई भी रूस की मदद किया तो उसे अंजाम बुरा भुगतना होगा। लेकिन, अमेरिका और नाटो मिलकर यूक्रेन को रूस के खिलाफ जंग लड़ने के किए भारी मात्रा में हथियार, मिसाइल, गोला-बारूद, फाइटर जेट लेकर आर्थिक रूप से भी मदद कर रहे हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अब एक बार फिर से एक्शन में आ गए हैं और उन्होंने उन नाटो देशों को चेतावनी दी है जो यूक्रेन को हथियार सप्लाई कर रहे हैं। पुतिन ने कहा है कि, यूक्रोन को हथियार सप्लाई करना बंद कर दे अमेरिका और नाटो वरना इसका अंजाम भुगतना होगा।
जो बाइडेन प्रशासन द्वारा यूक्रेन को सैन्य सहायता के तौर पर अतिरिक्त 80 करोड़ डॉलर की घोषणा करने के कुछ दिनों बाद रूस ने संयुक्त राज्य अमेरिका को अप्रत्याशित परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है। रूस ने यूएस से यूक्रेन को हथियार देने के अभियान को तुरंत बंद करने के लिए कहा है। वाशिंगटन पोस्ट ने एक राजनयिक नोट की समीक्षा की जो कि रूस ने इस सप्ताह अमेरिका को भेजा है। नोट में अमेरिका और नाटो को चेतावनी दी गई है। इसमें कहा गया है कि यूएस और नाटो देशों को यूक्रेन को संवेदनशील हथियार प्रणालियों को देना तत्काल बंद करना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो इसके अप्रत्याशित परिणाम देखने को मिलेंगे। समाचार पत्र अलजजीरा ने अपनी एक रिपोर्ट में इसका खुलासा किया है।
इसके अलावा कहा है कि, हम संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके सहयोगियों से यूक्रेन के गौर-जिम्मेदार सैन्यीकरण को रोकने का आह्वान करते हैं। अगर ऐसा नहीं होता है तो क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए इसके अप्रत्याशित परिणाम होंगे। बदा दें कि, नाटो और अमेरिका मिलकर यूक्रेन की मदद कर रहे हैं। अमेरिका ने सैन्य सहायता पैकेज जो भेजा है उसमें, आर्टिलरी सिस्टम, आर्टिलरी राउंड, बख्तरबंद कर्मियों के वाहक और हेलीकॉप्टर भी शामिल हैं।