ब्रिटेन के प्रेधानमंत्री बोरिस जॉनसन आज दो दिन के दौरे पर भारत आए हैं। उन्होंने अपने दौरा का शुरुआत गुजरात के अहमदाबाद से किया। यहां उन्होंने भारतीय उद्योगपति और दुनिया छठे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी से मुलाकात की। दोनों के बीच मुलाकात अहमदाबाद के शांतिग्राम में स्थित अडानी समूह के मुक्यालय में हुई। जॉनसन का यह यात्रा काफी अहम है। दरअसल, भारत इस वक्त तेजी से दुनिया में उभर रहा है और बड़े से बड़े देश पीएम मोदी के साथ रिश्ता मजबुत करने पर लगे हुए हैं। इनती बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश अब दुनिया के व्यापार के लिए काफी अहमीयत रखने लगा है। ऐसे में बोरिस जॉनसन का यह यात्रा दोनों देशों के लिए ही काफी अहम है। इस बीच भारत और रूस की दोस्ती देख वो भी कायल हो गए हैं।
यूक्रेन और रूस को लेकर भारत के रूख के बारे में बयान देते हुए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि हर कोई जानता है कि भारत और रूस के बीच ऐतिहासिक रूप से बहुत अलग संबंध हैं। हमे यह वास्तविकता मालूम है लेकिन फिर भी मैं इस बारे में पीएम नरेंद्र मोदी से बात करूंगा। बोरिस जॉनसन उन नेताओं में से एक हैं जो यूक्रेन पर रूसी हमले के खिलाफ काफी मुखर रहे हैं। उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की काफी आलोचना भी की है। वहीं, इससे उलट भारत का यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध में रुख हर बार तटस्थ रहा है। भारत कई दफे संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूस के खिलाफ वोटिंग में शामिल न होकर अपनी तटस्थता जाहिर कर चुका है।
बोरिस जॉनसन ब्रिटेन के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने गुजरात का दौरा किया। अब वो शुक्रवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। यूक्रन और रूस पर भारत के रूख पर उन्होंने कहा कि, भारत का रुख पहले से स्पष्ट रहा है। भले ही भारत ने रूस के कदम निंदा कभी नहीं की लेकिन यूक्रेन के बूचा शहर में हुए नरसंहार पर जरूर अपनी प्रतिक्रिया दी और एक स्वतंत्र जांच का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि, जैसा कि मुझे लगता है कि हर कोई समझता है, भारत और रूस के बीच ऐतिहासिक रूप से एक बहुत ही अलग संबंध है। शायद पिछले कुछ दशकों में ब्रिटेन की तुलना में रूस से ज्यादा ऐतिहासिक संबंध है। हमें उस वास्तविकता को स्वीकार करना होगा। लेकिन स्पष्ट रूप से मैं इसके बारे में(यूक्रेन और रूस जंग) नरेंद्र मोदी से बात करूंगा।