गुरुवार को बिहार में आंधी-तूफान और बारिश लोगों को लिए आफत बन गई। जिसमें 32 जिलों में चली इस आंधी-तूफान वाली बारिश में कई लोगों की जान चली गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। इशके साथ ही कई पेड़ गिर गरए, घर और बिजले के खंबे उखड़ गए। इसमें 27 से ज्यादा लोगों के जान जाने की खबर है। सबसे ज्यादा मौतें भागलपुर और मुजफ्फरपुर में हुई है। इन दोनों जिलों में छह-छह लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही तेज आंधी तूफान में पटना के मनेर में छह नावें डूब गई। हालांकि, इसमें किसी की जान नहीं गई। नाव पर सवार मजदूरों ने तैर कर जान बचाई।
गुरुवार को बिहार के ज्यादातर जिलों में 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधीं चली और तेज बारिश हुई जिसके बाद जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया उत्तर बिहार, पूर्व बिहार व कोसी-सीमांचल में बारिश आंधी-तूफान का ज्यादा असर दिखा। इन इलाकों में आंधी-बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से सबसे ज्यादा मौतें हुई है। भागलपुर-छह, मुजफ्फरपुर-छह, लखीसराय में तीन, मुंगेर में दो और बांका, जमुई, दरभंगा, समस्तीपुर,कटिहार, खगड़िया, किशनगंज के साथ पूर्णिया में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। मौसम विभाग ने पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, मधुबनी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, दरभंगा, वैशाली, समस्तीपुर, सुपौल, अररिया, सहरसा, मधेपुरा, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर और बांका में बारिश का अलर्ट जारी किया है।
इस आंधी-तूफान में ट्रेने भी प्रभावित हुई हैं। खगड़िया में रेवले का ओवरडेड वायर ही टूट गया जिसके चलते ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया। इस दौरान डिब्रूगढ़- दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस कई घंटों तक यहां फंसी रही। इसके साथ ही कई ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशनों पर रोक दिया गया। कुल मिलाकर इस आंधी-तूफान में काफी नुकसान हुआ है।