ऑस्ट्रेलिया में आम चुनावों के आए परिणाम में स्कॉर मॉरिसन को हार का मुंह देखना पड़ा है। उन्हें हराने वाले लेबर पार्टी के नेता एंथनी अल्बानीस हैं जो अब देश के नए प्रधानमंत्री बन गए हैं। उनकी जीत पर स्कॉट मॉरिसन ने उन्हें बधाई भी दी है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनको बधाई दी है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि, एंथनी अल्बनीज को ऑस्ट्रेलियाई लेबर पार्टी की जीत और प्रधानमंत्री के रूप में उनके चुनाव के लिए बधाई। मैं अपनी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूद करने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में साझा प्राथमिकताओं के लिए आपके साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं।
ऑस्ट्रेलिया के नए प्रधानमंत्री की पीएम मोदी से जल्द मुलाकात होगी। दोनों नेता टोक्यो में होने वाली क्वाड शिखर बैठक के दौरान द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे। वहीं, एंथनी अल्बनीज के प्रधानमंत्री के बाद भारत को बड़ा फायदा होने वाला है। क्योंकि, वो इंडिया में दो बार यात्रा पर आ चुके हैं। वो अपने चुनाव प्रचार अभियान में भी भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों को मजबूत बनाने और रणनीतिक साझेदारी पर जोर देने का वादा कर चुके हैं। कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी ओफरेल ने बताया है कि अल्बनीज भारत से अनजान नहीं हैं। वह 1991 में एक बैक-पैकर की तरह भारत भ्रमण कर चुके हैं। वहीं 2018 में एक संसदीय दल की अगुवाई करते हुए भारत आए थे। इतना ही नहीं जहां एक तरफ स्कॉट मॉरिसन ने अपने प्रचार में भारतीय मूल के वोटरों को कई तरीके से लुभाने की कोशिश की थी तो वहीं एंथनी अल्बनीज ने मजबूत भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों और रणनीतिक साझेदारी पर जोर दिया था।
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में ईसाई परिवार में 2 मार्च 1963 को जन्म लेने वाले एंथनी अल्बनीज का परिवार बेहद ही आम था। उनके पिता की मौत हो जाने के बाद उनकी परवरिश आयरिश-ऑस्ट्रेलियाई मूल की मां ने की। हालांकि, एंथनी जब 14 साल के थे तो उनकी मां ने बताया कि उनके पिता जिंदा है। उनकी मां की पिता के साथ कभी शादी ही नहीं हुई थी। बता दें कि, मॉरिसन ने अंतिम चुनाव परिणाम घोषित होने से पहले ही अपनी हार स्वीकार कर ली। मॉरिसन ने मीडिया को बताया कि रात को मैंने विपक्ष के नेता और आने वाले प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज से बात की है और मैंने उन्हें उनकी चुनावी जीत पर बधाई दी है। मॉरिसन ने यह भी कहा कि वे अपनी पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हैं और वह लिबरल पार्टी के नेता के रूप में इस्तीफा देंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी पार्टी और देश का नेतृत्व करने का मौका मिला, इसके लिए वह सभी को धन्यवाद देते हैं।